जमातियों के कारण आगरा मॉडल फेल, हॉटस्पॉट बने ये बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल हुए सील

पूरे देश में कोरोना के लिए नजीर बना उत्तर प्रदेश का आगरा शहर एक बार फिर से कोरोना के गिरफ्त में आ गया है. अचानक से बढ़ी संक्रमित मरीजों की संख्या को देखकर जिला प्रशासन भी सखते में है. आगरा के जिलाधिकारी पीएन सिंह ने टीवी 9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि जमात से आए लोगों की वजह से आगरा में संक्रमण बढ़ा है. उन्होंने कहा कि इसका सबसे बुरा असर शहर के निजी अस्पतालों पर पड़ा है, जिन्हें फिलहाल हॉटस्पॉट में तब्दील कर दिया गया है.

जमातियों ने छिपाई पहचान
पीएन सिंह ने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से जो जमाती बस के द्वारा आगरा आए, उनमें से 90 लोगों को क्वारंटीन में भेज दिया गया था. बावजूद इसके कई ऐसे थे, जिन्होंने अपनी पहचान छिपाई. यह निजामुद्दीन मकरज के लोगों का वह ग्रुप था जो स्थानीय प्रशासन छुप-छुपकर रह रहे थे. जब इनकी तबीयत खराब हुई तो इन्होंने निजी अस्पतालों का रुख किया.
अस्पताल को भी नहीं दी तबलीगी जमात से होने की जानकारी
एस.आर. अस्पताल में यूरोलॉजी के डॉक्टर विजय बोरा ने टीवी 9 भारतवर्ष से बातचीत में बताया कि अस्पताल में जब ये मरीज आए तो उनमें से किसी ने भी इस बात का जिक्र तक नहीं किया कि वे दिल्ली के मरकज शरीक हुए थे. इसका खामिजाया डॉक्टर्स को भुगतना पड़ा. मरकज में शामिल लोगों की वजह से डॉक्टर्स के बीच संक्रमण फैला.
आगरा के बड़े अस्पताल हॉट स्पॉट में तब्दील
आगरा के जिलाधिकारी ने बताया कि तबलीगी जमात के लोगों ने यहां के निजी अस्पतालों में जाकर अपना इलाज कराना शुरू किया, इसकी वजह से कई स्थानीय अस्पतालों के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ संक्रमित हुए. इसका नतीजा यह निकला कि आगरा का पारस अस्पताल, सार्थक अस्पताल, एस. आर. अस्पताल, सिनर्जी अस्पताल, समर्पण सेंटर, डॉ पूर्थी अस्पताल अब हॉट स्पॉट में तब्दील हो गए हैं.
सर्विलांस से पकड़े जा रहे जमाती
पीएन सिंह ने बताया कि आगरा के पुलिस कप्तान बब्लू कुमार ने स्थानीय स्तर पर काफी सर्विलांस सिस्टम को दुरुस्त किया. यही वजह है कि कई जमाती पकड़े गए हैं. उनका कहना है कि हम सभी लोगों के कॉन्टैक्ट तलाश कर रहे हैं. साथ ही सभी लोगों की ट्रेवल हिस्ट्री से लेकर उन तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, जिनके सम्पर्क में ये लोग आए हैं.
लव अग्रवाल ने की थी तारीफ
11 अप्रैल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने आगरा मॉडल की तारीफ की थी. उन्होंने बताया था कि किस तरह स्मार्ट सिटी सिस्टम और जोन बनाकर आगरा में कोराना के संक्रमण को रोका जा रहा है.

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