नई दिल्ली: दुनिया भर में जारी लॉकडाउन के दौरान में टेलीविजन और ओटीटी मार्केट में बड़ा उछाल आया है, जिसमें भारत के लोग खुद को काल्पनिक कहानियों, ऐतिहासिक कंटेंट, पौराणिक कहानियों और सुपरनेचुरल रोमांच के माध्यम से मनोरंजित कर रहे हैं।
ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बीएआरसी) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में टीवी का प्रयोग कोविड-19 के पहले अवधि में 38 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं लोग अब सातों दिन टीवी देखने के कारण इसमें 47 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंजप्शन में हिंदी भाषाई कंटेंट की बढ़ोत्तरी हुई है, जिसका श्रेय फिर से प्रसारित हो रहे शो जैसे 'रामायण', 'महाभारत' को जाता है।
एक अन्य ट्रेंड जिसे देखा गया है, वह है अंग्रेजी फिल्मों की श्रेणी का पुनरुत्थान। लॉकडाउन अवधि में अंग्रेजी फिल्मों में 83 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
जब ओटीटी की बात आती है, तो कोविड-19 के कारण हो रही परेशानी ने स्ट्रीमिंग सर्विस के साथ-साथ शिक्षा ऐप्स को भी बढ़ावा दिया है। दर्शकों द्वारा चुने गए टॉप कंटेंट में फिक्शन, थ्रिलर, इतिहास, समाचार, सुपरनेचुरल और पौराणिक कथाएं शामिल हैं।
टीवी और ओटीटी की वृद्धि को ग्लोबल वेब इंडेक्स एंटरटेनमेंट की फ्लैगशिप रिपोर्ट के नजरिए से भी देखा गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि हर उम्र की श्रेणी में 'इंटरनेट यूजर्स ऑनलाइन टीवी के मुकाबले ब्रॉडकास्ट टीवी ज्यादा देखते हैं, भले ही ब्रॉडकास्ट एंगेजमेंट में साल-दर-साल गिरावट हो रही हो।'
रिपोर्ट के अनुसार भारत में लीनियर टीवी देखने में बिताया गया औसत समय 1 घंटा और 34 मिनट है, वहीं एक सामान्य दिन में ऑनलाइन टीवी का औसत समय 1 घंटे और 31 मिनट का है।
-आईएएनएस