जयपुर हेल्थ। शरीर में हॉर्मोन लेवल के असंतुलन के कारण हमें कई परेशानियां हो सकती है। शरीर में एंड्रोजन हॉर्मोन के बढने से शरीर का वजन अचानक बढने लगता है ऐसे में ज्यादा वसायुक्त भोजन आसानी से पच नहीं पाता है, इसलिए आपके सारे उपाये के बाद भी आपका वजन कम नहीं होता है।
ऐसे में अपने खाने में फाइबर से भरपूर आहार को शामिल करें। हार्मोन असंतुलन की वजह से शरीर की हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं, जिसे मेडिकल भाषा में ऑस्टियोपोरोसिस कहते हैं। यह बीमारी अक्सर 40 से अधिक उम्र वाले लोगों में देखी जाती है। महिलाओं में भी मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन लेवल जब तेजी से कम होता है उसके कारण भी हड्डियां कमजोर होने लगती है।
महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान हार्मोन में बदलाव होते रहते हैं। इस समय एस्ट्रोजन प्रोजेस्टेरोन और एंड्रोजन हार्मोन घटते-बढ़ते रहते हैं, जो मानसिक स्थिति पर प्रभाव डालते हैं। जिसके कारण महिलाओं में चिढ़चिढ़ापन या झल्लाहट होना देखने को मिलता है इसके कारण महिलाओं में सहनशक्ति कम हो जाती है।
अक्सर कई लोगों का सवाल होता है कि उनके बाल अधिक क्यों गिरते हैं, ऐसा शरीर में थायराइड असंतुलन के कारण होता है। कई विशेषज्ञों के अनुसार जब पुरुष और स्त्री हॉर्मोन में असंतुलन होने के कारण तेल ग्रंथियां ज्यादा मात्रा में तेल बनाने लगते हैं, जिससे चेहरे के रोम छिद्रों पर डेड स्किन जमा हो जाती है और इस वजह से मुंहासे होने लगते हैं।
महिलाओं में मुंहासों की समस्या मासिक धर्म के दौरान ज्यादा देखने को मिलता है क्योंकि इस समय उनके हार्मोन में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इसके अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं में भी हार्मोन बदलाव के कारण मुहांसे आने की समस्या होती है। महिलाओं के चेहरे पर बाल आन भी हॉर्मोन असंतुलन के कारण होता है।