हनुमान जयंती पूरे देश में मनाई जाती है. हनुमान भक्तों के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है. इस दिन पूजा करने से शनि और मंगल की ग्रह की अशुभता दूर होती है. जिन लोगों के जीवन में आर्थिक संकट बना हुआ है उन्हें भी इस दिन पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है. आइए जानते हैं इस दिन कैसे की जाती है हनुमान जी की पूजा.
हनुमान जयंती मुहूर्त
पंचांग के अनुसार 7 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर पूर्णिमा तिथि का आरंभ हो जाएगा. लेकिन हनुमान जंयती 8 अप्रैल को ही मनाई जाएगी. पूर्णिमा की तिथि 8 अप्रैल को सुबह 8 बजकर 4 मिनट पर समाप्त हो रही है. इसलिए इससे पूर्व ही पूजा का विधान है.
पूजा विधि
इस दिन सुबह उठकर स्नान करें, इसके बाद पूजा स्थान को जल में गंगाजल मिलाकर शुद्ध करें. इसके बाद पुष्प और हनुमान जी की प्रिय वस्तुओं का भोग लगाएं. मिष्ठान में बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं. इसके बाद व्रत का संकल्प लें. पूजा में हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें. इस दिन सुबह और शाम पूजा करनी चाहिए. इस दिन हनुमान जी की मूर्ति पर जनेऊ पहनाएं.
व्रत में न करें ये काम
हनुमान जी नियम और अनुशासन के बहुत पक्के हैं. ऐसे में कोई भी ऐसा कार्य न करें जो हनुमान जी को पसंद नहीं है. पूरे संयम के साथ हनुमान जी का व्रत पूर्ण करें तभी लाभ मिलता है. इस दिन मांस मदिरा, व्यसन, दुर्भावना से दूर रहें.
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