चीन से फैले कोरोना वायरस पर वहां तो काफी हद तक नियंत्रण का दावा किया जा रहा है, लेकिन दुनिया के करीब 200 देशों में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। भारत में भी हर दिन कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं और इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। इससे बचने के लिए भारत समेत कई देशों में लॉकडाउन चल रहा है। सभी देशों की सरकारें वायरस से बचाव के लिए क्वारंटीन या सेल्फ आइसोलेशन पर जोर दे रही हैं। इसका सामान्य अर्थ है, खुद को लोगों से अलग करना। ऐसा कर के ही हम व्यक्ति से व्यक्ति में फैल रहे इस कोरोना वायरस पर नियंत्रण पा सकते हैं, इससे अपना बचाव कर सकते हैं। दरअसल जब तक वैज्ञानिक कोई दवा नहीं ढूंढ लें, तब तक सेल्फ आइसोलेशन ही वह वैक्सीन या टीका है, जो हमें बचा सकता है। तो आइए जानते हैं कि यह कैसे करना है, इस दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है:
सेल्फ आइसोलेशन में क्या करें, क्या न करें घर पर रहें और यहां भी निश्चित दूरी बनाकर रखें ऑफिस, स्कूल या किसी सार्वजनिक स्थान पर न जाएं बहुत अधिक जरूरत न हो तो यात्रा न करें (लॉकडाउन के बाद भी बचें) घर पर लोगों को आने से मना करें, कोई आता है तो उन्हें समझाएं, मिलने से बचें। डॉक्टर जब तक बाहर निकलने को नहीं कहते तब तक बाहर न निकलें
सेल्फ आइसोलेशन की ज्यादा जरूरत किसको किसी संदिग्ध के संपर्क में आए हैं तो खुद को दूसरों से अलग रखें वायरस के लक्षण हैं तो कम से कम 14 दिन तक अलग रहें लक्षण वाले व्यक्ति के साथ रहते हैं तो भी 14 दिन आइसोलेट रहें कोरोना के मामले में व्यक्ति में लक्षण 14 दिन के भीतर दिखते हैं।
अगर ऐसा है तो चाहिए 12 हफ्ते का आइसोलेशन पब्लिक हेल्थ ऑफ इंग्लैंड की मानें तो कुछ गंभीर और विशेष तरह के लोगों को कम से कम 12 सप्ताह के लिए खुद को दूसरों से अलग कर लेना चाहिए। जिसका अंग प्रत्यारोण हुआ है और उम्र 75 वर्ष है कैंसर रोगी जिनकी कीमोथैरेपी या दवा चल रही है जिनका एंटीबॉडीज का ट्रीटमेंट चल रहा है पिछले छह माह में बोन मैरो या स्टेम सेल ट्रांसप्लांट हुआ है गर्भवती महिला, किसी को हृदय रोग या कोई जन्मजात बीमारी है
इन बातों का भी रखें ध्यान जितना संभव हो मास्क पहने रहें हाथ धोने और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें कमरे में बाहर की हवा आए, खिड़की हो बुजुर्ग के लिए अलग कमरा हो शौचालय भी अलग हो, दूसरे प्रयोग न करें शौचालय एक है तो सावधानी से साफ करें किचन में न जाएं और किसी भी बर्तन को न छुएं खाना अपने कमरे में खाएं
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से भी शुरू से बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचना है तो सावधानियां बरतना ही एकमात्र उपाय है। कोरोना का लक्षण महसूस होने पर आपको डॉक्टर से दिखाना चाहिए। इसे छिपाना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। गंभीर स्थिति होने पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की हेल्पलाइन नंबर 1075 पर 24 घंटे संपर्क किया जा सकता है। आप 011-23978046 पर भी कॉल कर सकते हैं।