आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक विशेष एंटीवायरल कोटिंग तैयार की है। इसका प्रयोग मास्क और पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्वूपमेंट) पर किया जाएगा। इससे कोविड-19 के खिलाफ लड़ रहे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ सुरक्षित रहेंगे। यह काफी सस्ता और अधिक प्रभावी होगा।
केमिस्ट्री विभाग की प्रो. नगमा परवीन, एमएलएन राव और आशीष पात्रा ने इस विशेष एंटीवायरल कोटिंग को तैयार किया है। इसे मास्क और पीपीई में लगाकर एक अलग लेयर बनाई जाएगी। इसके संपर्क में आते ही कोविड-19 या अन्य कोई भी वायरस अस्थिर और बेअसर हो जाएगा। इस कोटिंग को तैयार करने में एंटी माइक्रोबियल पालीमर, दवा और कई केमिकल का प्रयोग किया गया है। इससे मेडिकेटेड मास्क और मेडिकेटेड पीपीई तैयार होंगे। प्रोजेक्ट में डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने मदद की है।
तीन माह से कम समय में प्रोटोटाइप यह कोटिंग पूरी तरह देशी है, इसलिए इसकी कीमत अन्य की अपेक्षा काफी कम है और यह अधिक प्रभावी साबित होगी। टीम ने तीन माह से भी कम समय में इसका प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। इसे बाजार में उपलब्ध कराने के लिए कई इंडस्ट्री या स्टार्टअप से बात चल रही है। इस उपलब्धि पर संस्थान के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने ट्वीट के जरिए टीम को बधाई दी है।
हर संभव मदद में जुटा है संस्थान कोरोना वायरस से बचाव में आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक अपनी तकनीक के जरिए मदद के प्रयास में जुटे हैं। एक ओर वैज्ञानिक प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय की अगुवाई में संस्थान पोर्टेबल वेंटीलेटर बनाने में जुटा है तो दूसरी ओर संस्थान के वैज्ञानिक प्रो. तरुण गुप्ता, प्रो. जे रामकुमार और पूर्व छात्र डॉ. संदीप पाटिल एन-95 मास्क तैयार कर रहे हैं।
For Hindustan : हिन्दुस्तान ई-समाचार पत्र के लिए क्लिक करें epaper.livehindustan.com