चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग, दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत पहला देश.

23 Aug, 2023 10:08 PM | Saroj Kumar 1587

चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद भारत ने इतिहास रच दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अथक और निरंतर प्रयास के बदौलत तीसरे चंद्र अभियान "चंद्रयान-3" के विक्रम लैंडर ने बुधवार शाम को चंद्रमा की सतह पर सफलता पूर्वक उतरा है. भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला चौथा देश और धरती के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है, जो अब तक अनछुआ था.


इस  "चंद्रयान-3" अभियान के तहत यान ने विक्रम लैंडर को  चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की, और इसके साथ ही यह पहुंचने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया. भारत से पहले चन्द्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, लेकिन उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर नहीं हुई थी.


भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने दूसरे प्रयास में 600 करोड़ रुपए बजट का चंद्रयान-3 को चांद पर लैंडर को उतारने सफल हुआ और अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद भारत चंद्र सतह पर ‘सॉफ्ट-लैंडिंग’ की तकनीक में महारत हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है. आपको बता दे आज तक चंद्रमा पर पहुंचने वाले पिछले सभी अंतरिक्ष यान भूमध्यरेखीय क्षेत्र में उतरे हैं जबकि भारत का चंद्रयान-3 दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरा है जिसकी मदद से  चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र का भी पता लगाया जा रहा है और इसके आसपास के क्षेत्रों में पानी की मौजूदगी की संभावना का पता भी लगाया जा रहा है.


भारत के पहले चंद्र मिशन चंद्रयान-1 को 2008 में प्रक्षेपित किया गया था. इसके बाद साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन 7 सितंबर, 2019 को चंद्रमा पर उतरने की प्रक्रिया के दौरान असफल हो गया था, चंद्रयान-2 का लैंडर ‘विक्रम’ ब्रेक संबंधी प्रणाली में गड़बड़ी होने के कारण चंद्रमा की सतह से टकरा कर छति ग्रस्त हो गया था. चंद्रयान-२ के असफल हो जाने के बाद इसरो के वैज्ञानिक बहुत उदाश हो गए थे तब भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उनका साहस बढ़ाया था हुए उन्हें फिर से प्रयास करने के लिए उत्साहित किया था. 
आज चंद्रयान-3 के सफलता के बाद दक्षिण अफ्रीका के दौरे पे गए प्रधानमंत्री मोदी जी ने जोहान्सवर्ग से वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये ISRO के वैज्ञानिको चंद्रयान-3 के सफलता लिए वैज्ञानिको को बधाई दिए और साथ ही साथ लोगो को ISRO के वैज्ञानिको पे भरोसा रखने के लिए धन्यवाद दिया.  


 

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