न्यूयार्क, 30 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस सीट के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के नामांकन के दावेदार एक भारतीय-अमेरिकी उम्मीदवार ने अदालत से मतों की गिनती की निगरानी करने का आग्रह किया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए सुरक्षित समझी जाने वाली इस सीट की दावेदारी के चुनाव में यह उम्मीदवार मतों की जारी गिनती में केवल 1.6 प्रतिशत मतों से पीछे है।डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी (उम्मीदवार के चयन के लिए पार्टी का आंतरिक चुनाव) में सूरज पटेल का मुकाबला प्रतिनिधि सभा की मौजूदा सदस्य कैरोलिन मैलोनी से है। पार्टी के नामांकन के लिए प्राइमरी चुनाव के परिणाम का निर्धारण एबसेंटी मत (आधिकारिक मतदान स्थल पर मतदान के बजाए पोस्टल या आनलाइन दिए जाने वाले मत) करेंगे जिनकी गिनती इस हफ्ते होनी है।
23 जून को मतदान स्थल पर डाले गए मतों में से पटेल को 15,825 मिले, जो कि मैलोनी को मिले 16,473 के मुकाबले केवल 648 कम है।
लगभग 39,000 एबसेंटी मत हैं जिनकी गिनती होनी है। इस बार कोविड-19 महामारी के कारण इन मतों की संख्या ज्यादा है क्योंकि बड़ी संख्या में मतदाताओं ने एहतियातन मतदान स्थल जाना उचित नहीं समझा।
प्राइमरी चुनाव में कई अनियमितताओं की सूचना मिली है। ऐसी शिकायतें मिलीं कि कुछ मतदाताओं को अधूरे मतपत्र दिए गए थे, कुछ मतदाता एबसेंटी मतपत्रों को प्राप्त करने में विफल रहे और कुछ ने पाया कि उनका मतदान केंद्र बदल गया है।
पटेल के चुनाव अभियान प्रबंधन ने न्यूयॉर्क स्टेट सुप्रीम कोर्ट में मामला दायर कर निगरानी का आग्रह किया है।
पटेल ने एमएसएनबीसी टीवी से कहा, मतदाता को दबाना एक वास्तविक चीज है। और, यह सिर्फ रिपब्लिकन (पार्टी) असर वाले राज्यों में ही हकीकत नहीं है बल्कि डेमोक्रेटिक पार्टी के असर वाले राज्यों में भी है। हम हर एक वोट के लिए अपनी पूरी शक्ति से लड़ेंगे।
यदि पटेल प्राइमरी जीतते हैं तो नवंबर में आम चुनाव में उनका चुना जाना लगभग तय है क्योंकि वह न्यूयार्क के जिस निर्वाचन क्षेत्र से लड़ेंगे, उसे डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता है।
पटेल कारोबारी व वकील होने के साथ-साथ न्यूयार्क यूनिवर्सिटी में बिजनेस एथिक्स भी पढ़ाते हैं।
एक अन्य भारतीय-अमेरिकी जेनिफर राजकुमार भी न्यूयॉर्क डेमोक्रेटिक प्राइमरी में आगे हैं। वह न्यूयार्क शहर से न्यूयॉर्क स्टेट एसेंबली सीट के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी दावेदार हैं।
-आईएएनएस