मुंबई (Mumbai). अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत ने दुनिया भर में नस्लवाद के खिलाफ एक आंदोलन की शुरुआत की. जिसका असर भारत में भी देखने को मिला है. दरअसल, एक फेयरनेस क्रीम ब्रांड ने अपने प्रॉडक्ट से 'फेयर' शब्द हटाने का फैसला किया है. बॉलिवुड सिलेब्स ने इस फैसले की तारीफ की है. इस पर बिपाशा बसु ने प्रतिक्रिया दी कि 'मैं जब बड़ी हो रही थी तो जो मुझे अक्सर सुनने को मिलता था कि बोनी, सोनी से ज्यादा डार्क है. मेरी मां भी सांवले रंग की खूबसूरत (Surat) महिला रही हैं. मैं काफी हद तक अपनी मां की तरह दिखती हूं. मुझे कभी ये समझ नहीं आया कि जब मैं छोटी थी तो रिश्तेदार रंग को लेकर इतनी चर्चा क्यों करते थे. मेरी त्वचा का रंग मेरी पहचान है. मुझे बचपन से ही अपने ऊपर गर्व था कि मैं कौन हूं.
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मुझे अपने रंग से प्यार है और इसे मैं कभी खत्म नहीं करना चाहती हूं. मुझे पिछले 18 सालों में कई फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन का ऑफर आया जो मुझे काफी पैसे दे रहे थे, लेकिन मैं हमेशा अपने सिद्धांतों पर कायम रही. इसे रोकने की जरूरत है. हम इस क्रीम के जरिए लोगों को गलत सपना बेच रहे हैं. देश में अधिकांश लोग सांवले ही हैं. ये इस ब्रांड का बेहतरीन कदम है. बाकी कंपनी को भी इसे फॉलो करना चाहिए.' वहीं, अभय देओल ने कहा, 'हमें सही दिशा में ले जाने में ब्लेकलाइवमेटर आंदोलन का हाथ है. लेकिन कोई गलती ना करें, इस सांस्कृतिक बदलाव पर अपनी आवाज को मुखर रखें.
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इस जीत में अपना योगदान दें. अपनी खूबसूरत (Surat)ी को लेकर अभी हमें लंबा रास्ता तय करना है. सही दिशा में अभी हमने छोटा सा कदम आगे बढाया है. लंबी दूरी की ये एक छोटी सी शुरुआत है.' कंगना रनौत ने इस मामले पर कहा कि 'ये एक लंबी और कभी-कभी बेहद अकेली लड़ाई रही है, लेकिन परिणाम तब निकलता है जब पूरा देश आंदोलन में भाग लेता है.' बता दें कि कंगना रनौत ने एक फेयरनेस क्रीम के प्रचार का ऑफर ठुकरा दिया था, जिसके लिए उन्हें 2 करोड़ मिल रहे थे. ऐक्ट्रेस को इस बात का कोई पछतावा नहीं है. वहीं, शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान ने भी प्रॉडक्ट से फेयर शब्द हटने की तारीफ की है.