नई दिल्ली (New Delhi). केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए एक संशोधित प्रोटोकॉल जारी किया है. मंत्रालय ने स्टेरॉयड ड्रग डेक्सामेथासोन को कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए मंजूरी दी है. यह मिथाइलप्रेड्निसोलोन का विकल्प माना जा रहा है. इस दवा को मॉडरेट तथा गंभीर लक्षणों वाले मरीजों के इलाज में इस्तेमाल किया जाएगा.
डेक्सामेथासोन का इस्तेमाल गठिया जैसी बीमारियों में जलन कम करने के लिए किया जाता है. इसका इस्तेमाल कोरोना के उन मरीजों में किया जाएगा, जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. यह दवा 60 साल से भी अधिक समय से बाजार में है. यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने कोरोना संक्रमण से जूझ रहे 2000 से अधिक मरीजों पर इस दवा का प्रयोग किया था. इससे वेंटिलेटर पर इलाज करा रहे मरीजों में 35 फीसदी कम मौतें हुईं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि इस दवा का इस्तेमाल गंभीर मरीजों में डॉक्टरों (Doctors) की देखरेख में ही होना चाहिए. हालांकि, कुछ मेडिकल विशेषज्ञों ने इस दवा के इलाज पर सवाल भी उठाए है. बता दें कि दुनिया के तमाम देश कोरोना की दवा और वैक्सीन के लिए प्रयास कर रहे हैं. कुछ देशों में ट्रॉयल भी शुरू हो गया है.