इंटरनेट डेस्क। दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच ही योगगुरु बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी द्वारा मंगलवार को कोरोना वायरस की आयुर्वेदिक दवाई कोरोनिल लॉन्च करने के पांच घंटे बाद ही ही केन्द्र सरकार ने इसके प्रचार करने पर रोक लगाने का सख्त फैसला किया है।
योग गुरु रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना वायरस के इलाज में शत-प्रतिशत कारगर होने का दावा करते हुए इस दवा को लॉन्च किया था। योग गुरु रामदेव ने ही इस दवा से केवल सात दिन में ही कोरोना वायरस का इलाज होने का दावा किया था।
इस दवा के लॉन्च होने के पांच घंटे बाद ही आयुष मंत्रालय ने पतंजलि को इस औषधि में मौजूद विभिन्न जड़ी-बूटियों की मात्रा एवं अन्य ब्योरा उपलब्ध कराने को कहते हुए जांच-पड़ताल होने तक कंपनी को इस उत्पाद का प्रचार भी बंद करने का सख्त आदेश दिया है।
हालांकि केन्द्र सरकार के इस आदेश के बाद पतंजलि के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने बयान देते हुए कहा कि हमने क्लीनिकल ट्रायल के सभी मानदंडों को पूरा किया है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने दवाओं की संरचना का विस्तृत ब्योरा आयुष मंत्रालय को भेज दिया है।
गौरतलब है कि मंगलवार को आयोजित प्रेस कॉन्फे्रंस में बाबा रामदेव ने इस दवा के सात दिन में उपयोग से सौ प्रतिशत मरीज ठीक होने का दावा किया था। उन्होंने बताया था कि इस दवा को बनाने में मुलैठी-काढ़ा, गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, श्वासरि का भी उपयोग किया गया है।