कुंदरू खाने से क्या-क्या होते हैं आपको फायदे, आइए जाने

हरी सब्जिया स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी होती हैं लेकिन कुछ सब्ज़ियां भले ही उतनी लोकप्रिय न हों लेकिन उनके औषधीय गुणों को जानकार आप भी इन्हे खाना प्रारम्भ कर देंगे.

ऐसी ही एक सब्ज़ी है कुंदरू जो इन दिनों बाज़ार में बहुतायत में उपलब्ध है व कोरोना संक्रमण के समय इम्युनिटी बढ़ाने में भी लाभदायक है. यह सिरदर्द व कान के दर्द से राहत दिलाने के अतिरिक्त डायबिटीज व गोनोरिया जैसी गंभीर बीमारियों के उपचार में भी लाभ पहुंचाती है. कुंदरू एक फायदा अनेक कुन्दरु तृष्णा, दाह, ज्वर, श्वास एवं क्षय रोग, रक्तपित्त नाशक होता है. कुन्दरू का शाक तिक्त, कषाय, शीत, लघु, संग्राही, वातकारक तथा कफपित्तशामक होता है.
01. कुंदरू की सब्जी में कफ व पित्त को नियंत्रित करने वाले गुण होते हैं. स्कीन रोगों व डायबिटीज जैसी बीमारियों में इसके सेवन को लाभकारी बताया गया है. 02. सिरदर्द से आराम पाने में आप कुंदरू का उपयोग कर सकते हैं. जब भी सिरदर्द हो तो कुंदरू की जड़ को पीसकर माथे पर लगाएं. यह सिरदर्द दूर करने में मदद करता है. 03. आयुर्वेद के अनुसार कुंदरू में उपस्थित औषधीय गुण कान के दर्द से आराम दिलाने में सहायक है. विशेषज्ञों का बोलना है कि कान दर्द होने पर कुंदरू के पौधे के रस में सरसों का ऑयल मिलाकर 1-2 बूँद कान में डालें. इससे कान दर्द से आराम मिलता है.
04. जीभ पर छाले होने की समस्या को अच्छा करने के लिए कुंदरू का उपयोग करना चाहिए. अगर जीभ पर छाले निकल आए हैं तो कुंदरू के हरे फलों को चूसें. इससे छाले जल्दी अच्छा होते हैं. 05. कुंदरू की पत्तियां व तने का काढ़ा बनाकर पीने से सांस की नली की सूजन दूर होती है. इसके अतिरिक्त इसे पीने से सांस से जुड़ी बीमारियां में भी फायदा मिलता है. 06. आंतों में कीड़े पड़ना एक आम समस्या है व बड़ों की तुलना में बच्चे इस समस्या से ज्यादा परेशान रहते हैं. कुंदरू के पेस्ट से पकाए हुए घी की 5 ग्राम मात्रा का सेवन करने से आंतों के कीड़े समाप्त होते हैं.
07. डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रही है व आयुर्वेदिक विशेषज्ञों की मानें तो घरेलू तरीकों की मदद से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है. 08. गोनोरिया एक यौन संचारित रोग है व इसमें जननांगो के इर्द गिर्द वाले हिस्सों में संक्रमण हो जाता है. अगर आप गोनोरिया से पीड़ित हैं तो कुंदरू आपके लिए लाभकारी हो सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार कुंदरू की पत्तियों के रस की 5 मिली मात्रा का सेवन करें. अधिक जानकारी के लिए नजदीकी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सम्पर्क करें.
09. गठिया के मरीजों को अक्सर घुटनों या जोड़ों में दर्द व सूजन से अक्सर परेशान रहते हैं, ऐसे रोगियों को कुंदरू का उपयोग करना चाहिए. कुंदरू की जड़ को पीसकर जोड़ों पर लगाएं. ऐसा करने से दर्द व सूजन में फायदा मिलता है. 10. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का बोलना है कि स्कीन रोगों व कुष्ठ रोग के उपचार के लिए आप कुंदरू का उपयोग कर सकते हैं. स्कीन रोग होने पर कुंदरू की पत्तियों को ऑयल के साथ पकाएं व इसे छानकर स्कीन के प्रभावित हिस्से पर लगाएं. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि कुंदरू की पत्तियों को घी के साथ पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है.

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