ग्रहण के दौरान सूर्य वलयाकार की स्थिति में केवल 30 सेकंड की अवधि तक ही रहेगा। इसके चलते सौर वैज्ञानिक इसे दुर्लभ बता रहे हैं। ग्रहण के दौरान सूर्य किसी छल्ले की भांति नजर आएगा। इस बार के सूर्यग्रहण में जो स्थिति बनने जा रही है, उसी ने इसे दुर्लभ ग्रहणों में शामिल किया है। सूर्य व चंद्रमा के बीच की दूरी ही इसकी खास वजह है।
सूरज के लॉकडाउन में चले जाने के कारण दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने चिंता जताई है। इस दौरान सूरज के सतह पर सौर विकिरण में आश्चर्यजनक रूप से कमी आई है। वैज्ञानिकों ने इसे सोलर मिनिमम नाम दिया है। इसके प्रभाव से धरती पर भूकंप, ठंड और सूखे की आशंका बढ़ गई है।
भारतीय समय के अनुसार यह सूर्यग्रहण सुबह 9:16 से शुरू होकर दोपहर 01:49 बजे तक रहेगा। इसके लिए सूतक काल कल यानी 20 जून की रात 21:52 बजे से शुरू हो जाएगा। यह सूर्य ग्रहण वलयाकार होगा।
सूर्य ग्रहण का समय
ग्रहण प्रारम्भ काल- 9:15
परमग्रास- 12:10
ग्रहण समाप्ति काल- 15:05
खण्डग्रास की अवधि- 03 घण्टे 28 मिनट्स 36 सेकण्ड्स
सूर्य ग्रहण का सूतक काल
सूतक प्रारम्भ- 21:52, जून 20
सूतक समाप्त- 15:05