नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने किदाम्बी श्रीकांत के माफी मांगन के बाद उन्हें इस साल खेल रत्न के लिए नामांकित किया है। पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 किदाम्बी श्रीकांत और उनके साथी एच.एस. प्रणॉय इसी साल फरवरी में मनीला में आयोजित एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में बीएआई के मना करने के बाद भी टीम को छोड़कर चले गए थे जिसके कारण भारत के पदक जीतने की उम्मीद अधर में पड़ गई थी।
भारत को सेमीफाइनल में इंडोनेशिया से हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद बीएआई ने इन दोनों का नाम खेल अवार्ड के लिए नामांकित न करने का फैसला किया था। श्रीकांत ने अब इस पर बिना शर्त माफी मांगी है और इसके बाद उन्हें खेल रत्न के लिए नामांकित किया गया है।
बीएआई के महासचिव अजय सिंघानिया ने एक बयान में कहा, हमें श्रीकांत की तरफ से ईमेल मिला है जिसमें उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की है और उन्होंने साथ ही कहा है कि वह आगे ऐसा नहीं करेंगे। श्रीकांत की प्रतिभा को देखते हुए और उन्होंने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उन्हें देखते हुए हमने उनका नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामांकित किया है।
संघ ने प्रणॉय को भी माफी मांगने के लिए 15 दिनों का समय दिया है।
सिंघानिया ने कहा, प्रणॉय के साथ अनुशासन संबंधी कई मुद्दे हैं। महासंघ अभी तक उन्हें लेकर काफी सहिष्णु रहा है, लेकिन हाल ही में उनके रवैये ने बीएआई को उनके खिलाफ कदम उठाने को मजबूर कर दिया।
उन्होंने कहा, उनको कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। अगर खिलाड़ी तय समय में अपना जवाब नहीं भेजते हैं तो बीएआई उनके खिलाफ कदम उठाएगा।
इससे पहले बीएआई ने अर्जुन अवार्ड के लिए सात्विकसाइराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी के अलावा समीर वर्मा को नामांकित किया था। इसके बाद प्रणॉय ने इस पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि जिन खिलाड़ियों ने कुछ नहीं जीता उन्हें राष्ट्रीय अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है और जिन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों तथा एशियाई चैम्पियनशि में पदक जीते, उन्हें नजरअंदाज किया गया है।
-आईएएनएस