कोरोना के उपचार के लिए जल्दबाजी में तैयार किए जा रहे टीके संक्रमण की रोकथाम में कुछ खास अच्छा नहीं साबित होंगे. ब्रिटिश शोधकर्ताओं के हालिया शोध में यह दावा किया गया है.
उन्होंने बोला कि अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को कम करने के लिए कोविड-19 के इलाज के लिए विभिन्न देश टीका तैयार करने की कोशिशों में जुटे हैं. ये टीके संक्रमितों को व गंभीर रूप से बीमार पड़ने या दम तोड़ने से तो रोक सकते हैं, लेकिन सार्स-कोव-2 से बचाव में अच्छा नहीं होंगे. संक्रमण को समाप्त करने की क्षमता रखने वाला टीका तैयार करने में वैज्ञानिकों को कई सालों का समय लग सकता है. इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन से जुड़े प्रोफेसर रॉबिन शटॉक के मुताबिक शुरुआती टीके सिर्फ प्रायोगिक स्तर पर ही पास साबित हो सकते हैं.