8वीं पास पिता की सोच को सलाम, 4 बेटियों के बाद 3 और बच्चियों के जन्म पर किया यह काम

लड़के के जन्म की खुशी में मिठाई बांटते हुए तो आपने लोगों को बहुत बार देखा होगा। मगर, लड़की के जन्म पर शायद ही कोई खुशी मनाता हो। कुछ लोग तो बेटियों को बोझ समझ कोख में ही मार देते हैं। वहीं गरीब माता-पिता को यही ख्याल रहता है कि लड़कियों को पढ़ाएगा कौन, शादी कैसे होगी, दहेज कहां से आएगा आदि। मगर, आज हम आपको एक ऐसा किस्सा बताने जा रहे हैं, जिसे सुनने के बाद आप भी गर्व महसूस करेंगे।

दरअसल, गाजुसर गांव के रहने वाले इंद्रजीत हाल ही में 3 बच्चियों के पिता बने हैं। जबकि उनके घर में पहले से ही 4 बेटियां मौजूद थीं। फिर भी इंद्रजीत के बेटियों की खबर सुन खुशी से झूम उठे। जब उनकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई तो उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां एक साथ 3 बच्चियों ने जन्म लिया।

इंद्रजीत का कहना है, 'जिस घर में बेटियां नहीं होती वो घर घर नहीं होता है।' इंद्रजीत बस आठवीं पास हैं और एक छोटी सी नौकरी करते हैं लेकिन वो उन सभी लोगों के लिए मिसाल हैं, जो बेटियों को बोझ समझते हैं। बता दें कि इंद्रजीत की 5 बेटियां थीं लेकिन किसी कारण वश एक बेटी भगवान को प्यारी हो गई। मगर अब देखो, उनके घर एक बदले 3 बेटियां आ गईं।

सिर्फ इंद्रजीत ही नहीं बल्कि उनके दादा भी बच्चियों के जन्म से बेहद खुश है। उनके दादा ने बच्चियों के जन्म की खुशी में उन्होंने गांव में 11 कि.लो. की मिठाई बांट दी। इंद्रजीत का परिवार ही नहीं बल्कि पूरा गांव बेटियों के जन्म से बहुत खुश है। इसके अलावा सरपंच के देवर ने तीनों बेटियों के लिए 2100 रुपए दिए। साथ ही घोषणा भी कर दी कि उनके कार्यकाल में ग्राम पंचायत में बेटियों के जन्म पर बेटी धन योजना के तहत 500 रुपए दिए जाएंगे।

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