कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है और यह ऐसे लोगों को जल्दी प्रभावित करता है जिसका शरीर भीतर से कमजोर होता है यानी जिसका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होता है। यही वजह है कि तमाम एक्सपर्ट्स इस खतरानक वायरस से लड़ने के लिए इम्यून पावर मजबूत बनाने पर जोर दे रहे हैं।
सवाल यह है कि यह कैसे पता चलेगा कि किसका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है ? सबसे पहले आपको यह समझना चाहिए कि इम्यूनिटी सिस्टम क्या है? दरअसर इम्यून सिस्टम आपको भीतरी अंगों के समूह का एक हिस्सा है। यह आपके शरीर की ताकत होती है जो रोगों से लड़ती है। इसके कमजोर होने से आपका शरीर जल्दी बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
आज हम आपको ऐसे कुछ संकेत और लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिये आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपके शरीर की क्षमता रोगों से लड़ने के लिए पर्याप्त है या नहीं। इसके अलावा कुछ ऐसी चीजों के बारे में भी बताएंगे जिनके सेवन से इम्यून पावर बढ़ाई जा सकती है।
1) बार-बार बीमार होना मौसम में परिवर्तन होने पर कई लोग बीमार हो जाते हैं जोकि सामान्य है। लेकिन अगर आप हर मौसम में बार- बार बीमार पड़ते हैं तो ऐसा इसलिए हो सकता है कि आपका इन सिस्टम कमजोर हो। इम्यून सिस्टम बैक्टीरिया, वायरस और बीमारी से लड़ता है। अगर आपको अक्सर यूरिन इन्फेक्शन, मुंह के छाले, जुकाम,सर्दी की शिकायत रहती है तो आपक डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
2) हमेशा थकान महसूस होना सुस्ती और थकान महसूस होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे भरपूर नींद नहीं लेना, तनाव, एनीमिया या क्रॉनिक फेटीग सिंड्रोम अगर आपको इसकी वजह पता नहीं चल रही है और पूरी नींद लेने के बाद भी आपको थकान महसूस होती है तो आपकी इम्यून सिस्टम कमजोर है।
3) एलर्जी कई लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है जिसकी वजह से उन्हें मौसमी बुखार रहता है। लेकिन अगर आपकी आंखों में हमेशा पानी रहता है। खाने की किसी भी चीज से आपको रिएक्शन हो जाता है, स्किन रैशेज, जोड़ों में दर्द और पेट में हमेशा दिक्कत रहती है तो यह भी आपके इन सिस्टम कमजोर होने की ओर इशारा करता है।
4) बार-बार पेट के रोग होना आंतों में मौजूद बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम पर सीधा प्रभाव डालते हैं। अगर आपको बार-बार दस्त,अल्सर, गैस, सूजन, ऐंठन या कब्ज की शिकायत रहती है तो यह इस बात की ओर संकेत करता है कि आपका इन सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है। प्रोबायोटिक्स, लेक्टोबबैसेली और बिफिड़ो अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और यह संक्रमण से आपकी रक्षा करते हैं। इन बैक्टीरिया की कम मात्रा भी इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाती है।
5) बालों का झड़ना कमजोर इम्यून सिस्टम स्वास्थ्य पर सीधा असर डालता है। जिसकी वजह से आपको थकावट से लेकर बाल झड़ने तक की समस्या हो सकती है। अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए आपको हेल्थ डाइट के साथ व्यायाम करना चाहिए और भरपूर नींद लेना चाहिए।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज जिंक सहित अलग-अलग प्रकार के पोषक तत्वों से भरे होते हैं। ये बहुमुखी हैं और विभिन्न तरीकों से आपके आहार में जोड़ा जा सकता है। आयरन, मैग्नीशियम और कॉपर के अलावा, हरे बीज भी फाइटोएस्ट्रोजेन से समृद्ध होते हैं, पौधे में पाए जाने वाले यौगिक जो पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करते हैं।
मशरूम
यदि आप अपने आहार में जिंक शामिल करना चाहते हैं, तो अपने आहार में मशरूम को शामिल करें। मशरूम कैलोरी में कम होते हैं और विटामिन ए, सी, ई और आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरे होते हैं। इनमें जर्मेनियम की कुछ मात्रा भी होती है, कुछ सब्जियों में पोषक तत्व कम ही पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को प्रभावी ढंग से ऑक्सीजन का उपयोग करने में मदद करते हैं।
आम
आम न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। 100 ग्राम आम में 36.4 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है। आम में विटामिन सी, ए ई के साथ-साथ पोटेशियम, कॉपर, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक सेलेनियम और फास्फोरस जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। आम आपके इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाता है जिससे आपको कई रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। आम खाने से आपको कैंसर, डायबिटीज, कैंसर और अपच जैसी गंभीर समस्याओं से बचने में मदद मिलती है।
लहसुन
यह एक शक्तिशाली एंटी-वायरल फूड है। इसे आप कच्चा, मैश करके या सूप में डालकर खा सकते हैं। कटा हुआ कच्चा लहसुन को एक चम्मच कच्चे शहद के साथ मिलाकर खाएं और साथ में एक लौंग का भी सेवन करें। इस मिश्रण को कम से दो से तीन दिनों तक लें। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने का एक शानदार तरीका है।
चक्र फूल
फूल के आकार के इस मसाले में शिमिक एसिड होता है, जिसका उपयोग टैमीफ्लू के उत्पादन में किया जाता है। इसका इस्तेमाल इन्फ्लूएंजा वायरस के लिए किया जाता है। यह एक एंटी-वायरल के रूप में सुपर फूड है। आप इसे पानी में उबालकर या चाय के साथ पकाकर पी सकते हैं।
अदरक
अदरक में इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने के सभी गुण होते हैं। आप इसका ज्यादा फायदा लेने के लिए इसे मैश्ड करके चक्र फूल और शहद के साथ खा सकते हैं। इस मिश्रण को कम से कम तीन दिन तक लें।
सेब
सेब में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे शरीर को मजबूजी देते हैं जिससे शरीर को भूख का एहसास नहीं होता है और वजन तेजी से घटता है। सेब में विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो दिमाग में खून के प्रवाह को सही करते हैं। बात करें, तो इसे पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है। सेब सामान्य से लेकर गंभीर शारीरिक समस्याओं का इलाज करने की क्षमता रखता है। सेब के गुण आपको डायबिटीज, हृदय रोग, अस्थमा और यहां तक कि कैंसर से बचाने में भी सहायक है।
मौसमी
मौसमी और संतरा, एक ऐसे फल है जिसमें विटामिन-सी की भरपूर मात्रा होती है। ये खाने में स्वादिष्ट भी होते हैं और इनके सेवन से सेहत को भी फायदा होता है। गर्मियों में बड़े चाव से लोग मौसम्बी खाते हैं और इसका जूस भी पीते हैं। मौसम्बी के सेवन से पाचन शक्ति मजबूत बनती है, कब्ज से राहत मिलती है और ये फल वजन को भी कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी और एड्स में मौसम्बी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।