मौसम में बदलाव से सर्दी-बुखार होना आम है. कई बार सर्दी-बुखार संक्रमण से भी होता है. सर्दी-बुखार ऐसी बीमारियां हैं जिनसे आराम पाने के लिए हम कोई भी दवा खा लेते हैं. इससे कई बार हमें अन्य बिमारियां भी घेर लेती हैं. दवा लेने से बुखार तो कम हो जाता है और कफ भी आना बंद हो जाता है लेकिन बार-बार दवा लेना खतरनाक हो सकता है. यह कफ को सुखा देता है जो बाद में परेशानी पैदा करता है. सर्दी-बुखार के लिए तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है. तुलसी का पौधा तकरीबन हर घर में आसानी से मिल भी जाता है. तुलसी की पत्तियां आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होती हैं. ये इम्यूनिटी को ठीक करने के साथ ही तनाव, सिरदर्द और इंफेक्शन से राहत दिलाने का काम करती हैं. इन तीन तरीकों से तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल करना है फायदेमंद:
तुलसी की चाय बनाकर
एक कप पानी में पांच से छह तुलसी की पत्तियों को अच्छी तरह उबाल लें. पांच से 10 मिनट तक उबलने के बाद इसे एक कप में छान लें. दिन में दो बार ये चाय पीने से बुखार और सर्दी में राहत मिलेगी. इसके अलावा ये मलेरिया और डेंगू से भी बचाव में सहायक है.
तुलसी वाला दूध
अगर बुखार कम नहीं हो रहा है तो तुलसी वाला दूध पीना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. इसके लिए आधे लीटर दूध में तुलसी की कुछ पत्तियों को और दालचीनी को अच्छी तरह उबाल लें. इसके बाद इसमें ऊपर से थोड़ी सी मात्रा में चीनी मिला लें. इस दूध को पीने से बुखार में आराम मिलेगा. इसके अलावा ये वायरल बुखार में भी फायदेमंद है.
तुलसी का रस
तुलसी का रस भी बुखार और सर्दी में फायदेमंद है. ये बच्चों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है. 10 से 15 तुलसी की पत्तियों का रस निकाल लें. हर दो से तीन घंटे में ये रस पीते रहें. इससे बहुत जल्दी फायदा होगा.