-आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग। -जयपुर में बनाई आंदोलन की रणनीति। जयपुर।
राजधानी जयपुर के जगतपुरा इलाके में गत माह संदिग्ध परिस्थितियों में हुई बबीता मीणा की मौत के मामले में अब मीणा समाज लामबंद हो गया है।
सरकार और पुलिस प्रशासन के लचर रवैए के खिलाफ जयपुर, दोसा, अलवर, सीकर, टोंक सहित विभिन्न जिलों के मीणा समाज के जिलाध्यक्ष व प्रबुद्धजनों ने जयपुर में आंदोलन की रणनीति बनाई और दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए सरकार को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है।
अनुसूचित जाति, जनजाति संगठन के अखिल भारतीय महासंघ ने परिवारजनों से साथ जयपुर में एक प्रेस वार्ता कर घटना की मुख्य आरोपी संतोष मीणा की गिरफ्तारी की मांग की है।
महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष रामस्वरूप मीणा और मृतका बबीता मीणा के परिजनों ने कहा कि शादी के बाद से ही मृतक बबीता मीणा को दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था।
कई बार उसकी सास और पति ने मारपीट की, घर में कई अनैतिक काम हो रहे थे, जिसका बबीता ने विरोध किया। इस बीच दहेज के लोभियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
समाज और परिजनों ने कहा कि बबीता की हत्या को आत्महत्या का रूप दिया गया।
आज भी वारदात की मुख्य गुनाहगार संतोष मीणा खुलेआम घूम रही है, और धममियां दे रही है। अगर सरकार ने अब भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं दिया तो मजबूरन समाज को आंदोलन करना पडेगा।
इस मौके पर मीणा शादी मिलन समिति के कोऑर्डिनेटर बाबूलाल मीणा एवं महासचिव मंजू मीणा, राजस्थान आदिवासी महिला संघ की अध्यक्ष हुकुम मीणा, महासचिव नयनतारा, ललिता मीणा, मीन सेना के प्रदेश प्रवक्ता प्रशांत मीणा, जयपुर जिला अध्यक्ष विकास मीणा, राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश किशोरपुरा रहे।
इसके साथ ही आदिवासी मीणा सेवा संघ के जयपुर जिला अध्यक्ष हरि नारायण मीणा, अलवर जिला अध्यक्ष अमर चंद मीणा, सीकर जिला अध्यक्ष बजरंगलाल मीणा, झुंझुनू जिला अध्यक्ष गोपाल सिंह, मृतक की बहन कृष्णा, पिता हनुमान मीणा सहित विभिन्न जिलों से आए आदिवासी मीणा समाज सेवा संघ के प्रतिनिधि उपस्थित रहे और दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की।