जयपुर।
शिक्षा विभाग के बहुसंख्यक शिक्षक समुदाय ने 12 जून को ट्विटर पर प्रधानाचार्य सीधी भर्ती अभियान चलाया जिसमें इंडिया में नंबर 4 और राजस्थान में नंबर वन पर यह अभियान रहा।
इन शिक्षकों की मांग है की विभाग में प्रधानाचार्य सीधी भर्ती के नियम बने हुए हैं, लेकिन अभी तक राज्य में प्रधानाचार्य सीधी भर्ती के प्रावधानों को लागू नहीं किया गया।
जबकि भूतपूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने 75% प्रमोशन से और 25% पद सीधी भर्ती से करने के बाद कही थी लेकिन आगे कार्रवाई नहीं हो सकी।
राज्य सरकार ने 1998 में डीईओ के पदों पर भी सीधी भर्ती का नियम बनाया था जिसे आज तक अमल में नहीं लाया गया।
उल्लेखनीय है कि राज्य में शिक्षा विभाग के अंतर्गत अधीनस्थ पदों पर 3.30 लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं, जो अपने पूरे जीवन काल में उच्च पदों पर जा ही नहीं पाते हैं।
इसी कारण समस्त शिक्षक समुदाय की माँग है कि प्रधानाचार्य के पदों को 50% सीधी भर्ती और 50% पदोन्नति से भरा जाए।