कोरोना काल में स्टैमिना कमजोर न होने दें, स्टैमिना बढ़ाने के लिए खायें ये 10 फूड

किसी भी काम को बिना थके लंबे समय तक करना शारीरिक क्षमता को स्टैमिना कहा जाता है। अक्सर ज्यादा चलने, दौड़ने, सीढ़ी चढ़ते सांस फूलने लगती है, इसका कारण है कि आपके शरीर में स्टैमिना की कमी है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप चेनुरल तरीके से स्टैमिना कैसे बढ़ा सकते हैं। हमारे शरीर के लिए हमारा खान पान बहुत माइने रखता है आप जैसा खाएंगे आपका शरीर उसके अनुसार ही कमी को पूरा करेगा। खास कर लंबे समय तक स्टैमिना के लिए भी हमारी डाइट को सही होना बेहद जरुरी है।

स्टैमिना बढ़ाने के लिए हेल्दी डाइट और घरेलू उपायों की जरूरत होती है। अगर आप स्टैमिना बढ़ाने के लिए वर्कआउट करते हैं लेकिन खाने पीने का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते हैं,तो आपका स्टैमिना लगातार कमजोर होने लगता है। इसलिए वर्कआउट के साथ खाने पीने पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए। चलिए जानते हैं अपने डाइट में क्या शामिल करें।
केले- केल में फाइबर होता और नेचुरल सुगर पाया जाता है। इसके खाने से तुरंत एनर्जी मिलती है, जो स्टेमिना बढ़ाने के लिए बेहद लाभकारी है। केले में रिबोफ्लेविन, थाइमिन, नियासिन और फॉलिक एसिड के रूप में बिटमिन ए और बिटमिन बी प्रयाप्त मात्रा में मौजूद होता है। साथ ही केले को उर्जा का सबसे बेहतर स्रोत माना जाता है। अगर आप नास्ते में केला खा लेते हैं तो काफी टाइम तक आपको भूख नहीं लगती है।
ब्राउन राइस- वजन घटाने के लिए ब्राउन राइस काफी फायदेमंद होता है। बाकि राइस के मुकाबले ब्राउन राइस में कम कैलोरी होती है। कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में सहायक होता है, दिल से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए लाभदायक है। इससे हड्डियों में भी मजबूती मिलती है।
मछली- मछली हमारे शरीर के कई कमियों को पूरा करता है। मछली में विटमिन, खनीज ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। विटामिन बी 12 ऊर्जा मेटाबोलिजम को बढ़ाने में मदद करता है, थकान को कम करता है इससे स्टैमिना बढ़ता है।
अंडा- अंडा सबसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों और प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत हैं। विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। प्रोटिन से भरपूर खाद्य पदार्थ हमारे शरीर के स्टेमिना को बढ़ाने में मदद करता है। अंडे में प्रचुर मात्रा में मौजूद अमीनो एसिड, ल्यूसीन, मेटाबॉलिज्म में मदद करता है।
चिकन-चिकन लीन प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है। एक पूरे चिकन में 19 ग्राम प्रोटीन और 110 किलो कैलोरी ऊर्जा होती है। प्रोटीन भोजन तृप्ति प्रदान करता है, जिससे कम कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट का सेवन होता है। यह स्टेमिना बनाने में मदद करता है। एक अध्ययन से पता चला है कि चिकन सार (चिकन से निकाला गया तरल) स्वास्थ्य, मेटाबॉलिज्म और व्यायाम में सुधार करने में मदद करता है और थकान से राहत देता है।
सेब- सेब ऊर्जा देने वाली कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, लोहा, विटामिन और खनिज से भरा हुआ है। Quercetin - सेब में पाया जाने वाला एक पॉलीफेनोल - इम्युनिटी को बढ़ाता है शरीर को मजबूत है, और आपको लंबे समय तक एनर्जी प्रदान करता है।
शकरकंद- वजन बढ़ने के डर से हम अक्सर आलू से परहेज करते हैं। लेकिन, शकरकंद आवश्यक पोषक तत्वों से भरा होता है। 100 ग्राम शकरकंद 86 किलो कैलोरी ऊर्जा, 20 ग्राम कार्ब्स, 2 ग्राम प्रोटीन और 3 ग्राम फाइबर प्रदान करता है। मधुमेह वाले लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जटिल कार्बोहाइड्रेट और फाइबर पचने में अधिक समय लेते हैं।
बीन्स- बीन्स पोषक तत्वों से भरपूर और ऊर्जा का एक प्राकृतिक स्रोत हैं। 100 ग्राम सेम में 337 किलो कैलोरी ऊर्जा, 23 ग्राम प्रोटीन, 61 ग्राम कार्ब्स और 15 ग्राम फाइबर होते हैं। बीन्स में मैग्नीशियम (27) की एक अच्छी मात्रा भी होती है।
ड्राई फ्रूट्स- तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं, उनमें जैव सक्रिय यौगिक, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। वे शर्करा का स्रोत भी हैं जो शरीर में एनर्जी बनाए रखते हैं।आप कमजोर महसूस कर रहे होते हैं तो आप ड्राई फ्रूट्स ले सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि किशमिश जैसे सूखे फल चीनी होते हैं।
सोयाबीन-सोयाबीन पौधे प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है और स्टेमिना बढ़ाने के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है। फाइबर, विटामिन और खनिज काफी मात्रा में पाई जाती है। एक अध्ययन में पाया गया कि सोयाबीन मांसपेशियों की शक्ति बढ़ाने में मदद करता है।

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