आकाश कुमारनई दिल्ली, 12 जून, (आईएएनएस)। भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के उपाध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा है कि अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा द्वारा दिए गए आदेश पर दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा लगाई गई रोक उनके उस एकतरफा रवैये का जवाब है जिसके तहत वो संघ में काम कर रहे हैं।
मित्तल ने आईएएनएस से कहा कि बत्रा आईओए अध्यक्ष का पद गैरकानूनी तरीके से संभाले हुए हैं और जल्द ही उन्हें अपने पद से हटना होगा।
मित्तल ने कहा, मैं उच्च न्यायालय के आदेश से काफी खुश हूं। बत्रा की पागलपंती रुकनी चाहिए। यह गैरकानूनी तरीके से काम कर रहे बत्रा की कार्यप्रणाली का जवाब है।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह बड़ी जीत है और उनके तानाशाही रवैये पर रोक लगाएगी जिसके तहत वो काम कर रहे हैं। निकट भविष्य में उनके खिलाफ इस तरह की कई याचिकाएं दायर की जाएंगी। उन्हें जाना होगा।
मित्तल ने पहले कहा था कि दिसंबर-2017 में हुए आईओए के चुनावों में अध्यक्ष पद के लिए बत्रा ने नियमों का उल्लंघन किया था। उन्होंने साथ ही कहा था कि बत्रा आईओए अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष बनने के योग्य नहीं थे।
एफआईएच की अखंडता ईकाई (इंटेग्रीटी यूनिट) ने हालांकि बत्रा को क्लीन चिट दे दी है और कहा है कि वह बत्रा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं करेंगे।
इस पर मित्तल ने कहा कि यह गलत हरकत एफआईएच की मुख्य कार्यकारी अधिकारी थिएरी वेल की है जिन्होंने उनकी शिकायत अनुशासन समिति के पास भेजने के बजाए अखंडता ईकाई के पास भेजी थी।
मित्तल ने कहा, एफआईएच ने शरारत की है। मैंने जो शिकायत की थी वो अनुशासन समिति के पास जानी थी, जो स्वतंत्र है, बजाए अखंडता ईकाई के।
मित्तल ने कहा, सीईओ को बत्रा ने नियुक्त किया था इसलिए उन्होंने जानबूझकर शिकायत अखंडता ईकाई के पास भेज दी है।
बत्रा ने हालांकि अपनी तरफ से किसी भी तरह की धांधली की बात को नकारा है। उन्होंने एफआईएच सीईओ और आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक को मित्तल द्वारा लगाए गए आरोपों के बाबत पत्र लिख अपनी बात रखी है और कहा है कि मित्तल 2021 में आईओए के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ना चाहते हैं और इसलिए उनकी छवि धूमिल करने का काम कर रहे हैं।
मित्तल ने कहा, एफआईएच तो छोटा मुद्दा है। मेरा मुख्य मुद्दा बत्रा का एफआईएच अध्यक्ष पद पर चुने जाना आईओए और आईओसी की भी गलती है।
उन्होंने कहा, वह हार रहे हैं। मुद्दे को भटकाने के लिए उन्होंने यह बात कही है कि मैं अगले साल आईओए अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहता हूं और इसलिए मैं यह सब कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, लेकिन मैंने आईओसी के अध्यक्ष को लिखे पत्र में साफ कर दिया है कि मैं 2021 में आईओए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लडूंगा।
मित्तल ने आईओसी के एथिक्स कमिशन से बत्रा को हॉकी और ओलम्पिक मूवमेंट से बैन करने को कहा है।
उन्होंने कहा, उनका चुनाव गैरकानूनी है और अध्यक्ष के तौर पर वह गैरकानूनी तरीके से काम कर रहे हैं जैसे ये उनकी खुद की कंपनी हो। उन्होंने मौजूद नियम, कानूनों को मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने आईओए के संविधान का उल्लंघन किया है इसलिए मैंने आईओसी में याचिका डाली ताकि उन्हें उनके पद से हटाया जा सके।
मित्तल ने कहा कि वह एफआईएच सीईओ को लिखेंगे कि उन्होंने गलती से उनकी शिकायत अखंडता ईकाई को भेज दी है।
उन्होंने कहा, मेरी शिकायत अनुशासन समिति को दी जानी थी। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया है तो मैं फिर कमिशन को लिखूंगा कि वह इस मामले को देखे क्योंकि यह एफआईएच का नियम है।
-आईएएनएस