इंटरनेट डेस्क। देश में कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या के बीच ही अब एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। बात ये है कि अब कोरोना के दो नए लक्षण सामने आए हैं। आईएमआरसी द्वारा बनाए गए नेशनल टास्कफोर्स के सामने कोरोना मरीजों में कई ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं जिनमें वह सूंघने या स्वाद चखने की क्षमता खो चुका था।
खबरों के अनुसार, केंद्र की मोदी सरकार अब कोरोना जांच के लिए बनाए गए मानक के विस्तार पर विचार कर रही है। इसी के तहत अब आईएमसीआर इन दोनों ही लक्षणों (सूंघने या स्वाद चखने) को कोरोना की जांच में शामिल कर सकता है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार, पैनल के एक सदस्य ने बताया कि सूंघने या स्वाद चखने की क्षमता खोने को भी कोरोना वायरस की जांच में शामिल करने पर अभी चर्चा किया जा रहा है। हालांकि अभी तक इस पर किसी भी प्रकार का निर्णय नहीं लिया गया है। गौरतलब है कि सांस में तकलीफ, बुखार, खांसी और जुकाम को कोरोना के लक्षणों में माना जाता है।