जांघों के बीच फंगल संक्रमण के घरेलू उपाय भी होते हैं। जिनका उपयोग कर आप इस तरह की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। यह एक खुजली है जो उस स्थान पर होती है जिसे आप सभी के सामने नहीं खुजला सकते हैं। इस लेख में आप जानेगें जांघों के बीच फंगल संक्रमण को रोकने के घरेलू उपाय। जिन्हें जानकर आप दूसरों के सामने शर्मिंदा होने से बच सकते हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में -
लहसुन - जननांग क्षेत्रों के आसपास होने वाली खुजली का प्राकृतिक इलाज लहसुन से किया जा सकता है। यह त्वचा और विशेष रूप से फंगल संक्रमण में बहुत ही प्रभावी माना जाता है। खुजली पर लहसुन का उपयोग करने पर इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंडिडा, टोरुलोपसिस, ट्राइकोफीटन और क्रिप्टोक्कोस सहित अन्य प्रकार के कवक के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं।
उपचार के लिए जैतून तेल के साथ लहुसुन को कुचलक पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र में लगाएं और इसे किसी पतले सूती कपड़े से बांध लें। 2 घंटे के बाद आप इसे धो लें। जब तक आपको आराम न मिले इसे दिन में दो बार दोहराएं। लेकिन यदि आपको इस पेस्ट को लगाने पर सूजन या जलन होती है तो इस पेस्ट का उपयोग न करें। सेब का सिरका - जांघों के बीच फंगल संक्रमण पुरुषों में अधिक होता है। लेकिन इस संक्रमण से महिलाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। पुरुष जननांग में जलन और खुजली दूर करने के लिए सेब के सिरका का उपयोग किया जा सकता है। सेब का सिरका में एंटी-फंगल गुण होते हैं। इस कारण यह कैंडिडा फंगल संक्रमण को रोकने में मदद करता है। जांघ पर फंगल संक्रमण और खुजली का इलाज करने के लिए सेब का सिरका बहुत ही प्रभावी होता है। इसके लिए आप सेब के सिरका में किसी सूती कपड़े को भिगों कर प्रभावित क्षेत्र में लगाएं। ऐसा आपको नियमित रूप से दिन में तीन बार करना चाहिए। यह आपको खुजली से जल्द ही राहत दिला सकता है।
नारियल तेल -प्राचीन समय से ही नारियल तेल को कई त्वचा समस्याओं के लिए उपयोग किया जा रहा है। नारियल के तेल में कुछ फैटी एसिड होते हैं। यह कोशिका झिल्ली को नुकसान पहुंचाने वाली फंगल कोशिकाओं को नष्ट करता है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि सामान्य त्वचा संक्रमण वाले लोगों के लिए नारियल का तेल एक प्रभावी उपाय हो सकता है।