नई दिल्ली। मेडिटेशन किसी खास आयु वर्ग के लोगों के लिए नहीं होता है, इसको कोई भी कर इसका लाभ महसूस कर सकता है। मेडिटेशन हमारे मानसिक विकारों को दूर कर ध्यान को एकांग्र करने में मदद करता है।
यह बच्चों में ध्यान विकसित करने, उन्हें अपनी भावनाओं पर काबू रखने में मदद करता है। बच्चों के लिए विशेष रूप से कुछ मेडिटेशन तैयार किए गये हैं, इनमें सोल रिवाइवल खास तरह का मेडिटेशन है। जो बच्चों को ध्यान एकाग्र करने में मदद करता है। ताकि वे अपने अध्ययन में अच्छी तरह ध्यान लगा सकें। आज हम आपको बच्चों के मडिटेशन के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
मेडिटेशन हर उम्र के लोगों को करना चाहिए इससे सभी आयु वर्ग के लोगों को लाभ होता है। यहां खास बात यह है कि बच्चों में मेडिटेशन का पॉजिटिव असर ज्यादा पड़ता है। खासकर, सर्दियों में बच्चों की सेहत के लिए मेडिटेशन और भी जरूरी हो जाता है। मेडिटेशन से न सिर्फ ध्यान आपके काम पर अधिक लगता है। बल्कि आपकी कार्यक्षमता भी बढ़ जाती है। जो बच्चे बहुत अधिक चंचल होते हैं उन्हें मेडिटेशन करना चाहिए। ऐसा नहीं है कि बच्चों के लिए मेडिटेशन करना बहुत मुश्किल है। पेरेंट्स कुछ टिप्स अपनाकर बच्चों को घर पर आराम से मेडिटेशन करवा सकते हैं।
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अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा नियंत्रण सीखें, उसका दिमागी विकास सही रूप से हो, तो आपको इसके लिए कुछ तरीकों को अपनाना होगा। बच्चों को सुबह पार्क लेकर जाएं। वहां आप अपने बच्चों के साथ पद्मासन की अवस्था में बैठें। इसके बाद बच्चे को आंखे बंद करने के लिए कहें। अब बच्चे को सभी जगह से ध्यान हटाकर एकाग्र होने के तरीके के बारे में बताएं। इसके बाद बच्चों को मेडिटेशन के फायदे के बारे में बताएं। अब बच्चे को धीरे-धीरे लंबी सांसे लेने के लिए कहें। आप चाहें तो शुरुआत में मोबाइल पर रिलेक्सेशन सॉन्ग बजा सकते हैं ताकि बच्चे का ध्यान न भटके। अब उसे इसी गाने पर रिलैक्स होने के लिए कहें।
बच्चों को समझाएं कि उनके दिमाग में लगातार जो विचार आ-जा रहे हैं, उन्हें भूलने की कोशिश करें। अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें ताकि वे मेडीटेशन का फायदा उठा सकें। शुरुआत में थोड़ी सी मुश्किल जरूर आएगी, लेकिन धीरे-धीरे बच्चा मेडिटेशन करना सीख जाएगा और उसे इसमें मजा भी आने लगेगा। ध्यान भटकने से रोकने के लिए उसे ॐ या ओम का उच्चारण करवाएं।
मेडिटेशन से बच्चों का चंचल मन शांत हो जाएगा। डिप्रेशन और तनाव से छुटकारा मिलेगा। इसका फायदा तभी होगा, जब आप बच्चे को प्रतिदिन मेडिटेशन करने के लिए प्रेरित करें। यदि बच्चे कभी-कभी ही इसे शौक के लिए करेंगे तो इसका उन्हें लाभ नहीं होगा। अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा गुस्सा करता है या चिड़चिड़ा है तो उसे जरूर मेडिटेशन कराए। इससे उसे अपने गुस्से पर काबू पाने में मदद मिलेगी। स्वस्थ तन-मन और सकारात्मक सोच के लिए मेडिटेशन करना बहुत जरूरी है।