समय-समय पर हेल्थ एक्सपर्ट्स द्वारा बताई गई खान-पान से जुड़ी कुछ बारीकियां और सावधानियां जान लें तो आप अपने भोजन से ज्यादा न्यूट्रिशन पा सकते हैं, इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं और अपनी ओवरऑल हेल्थ को मेंटेन भी कर सकते हैं।
लें गुड फैट
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन के आधार पर हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर हम फ्रूट्स और वेजिटेबल्स में ऑलिव ऑयल या गुड फैट के दूसरे सोर्स का भी सेवन करें तो इससे सॉल्युबल विटामिन जैसे ए, ई और के की मात्रा बढ़ जाती है। ये पोषक तत्व ना सिर्फ हमारी दृष्टि क्षमता बढ़ाते हैं बल्कि इम्यूनिटी बूस्ट कर के स्ट्रोक, ऑस्टियोपोरोसिस और दूसरी कई बीमारियों से बचाते भी हैं।
सलाद की हर्बल ड्रेसिंग
इटली के विशेषज्ञों द्वारा किए गए रिसर्च में पता चला है कि सलाद पर तरह-तरह की हर्ब्स की ड्रेसिंग की जाए तो इनसे मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा दो गुना हो सकती है। आप चाहें तो सलाद पर अदरक, जीरा जैसे मसाले और पुदीना जैसी हर्ब्स लगाकर खा सकते हैं। इससे आपको सलाद के सेवन का अधिक फायदा मिलेगा। एंटीऑक्सीडेंट्स, कैंसर के साथ-साथ कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
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छिलका सहित खाएं फल
कई फल-सब्जियां ऐसी हैं, जिन्हें बिना छीले खाकर आप दोहरा फायदा उठा सकते हैं। एक तो समय की बचत और दूसरा ज्यादा न्यूट्रीशन। न्यूट्रीशनिस्ट-डायटीशियन संगीता मिश्र कहती हंन कि सेब, गाजर, खीरा, टमाटर आदि फल-सब्जियों को अच्छी तरह धोकर उनके छिलके सहित खाएं। छिलकों में बेहद जरूरी मिनरल्स और विटामिंस होते हैं। पेस्टीसाइड्स और अन्य हानिकारक तत्वों से मुक्ति के लिए इन्हें मीठा सोडा मिले गुनगुने पानी में धो सकते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना के एक अध्ययन में बताया गया है कि संतरा और नींबू के छिलके में लिमोनी नामक कंपाउंड होता है, जो स्किन कैंसर का जोखिम 34 फ़ीसदी तक कम कर सकता है।
संगीता मिश्र यह भी बताती हैं-किसी भी फल या सब्जी के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर ना खाएं। इससे हवा में मौजूद ऑक्सीजन के कारण इनके पोषक तत्व सूख जाते हैं। इन्हें क्यूब के आकार में न काटकर लंबे बड़े टुकड़ों में खाने की आदत डालें। इसी प्रकार फल-सब्जियों को पकाने से काफी देर पहले काट कर न रखें। इन्हें काटते ही खा लें या पका लें।
ऐसे खाएं लहसुन
लहसुन अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। लेकिन इसका ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना है तो पेंसिलवेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी और नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट यूएस के वैज्ञानिकों की सलाह मानें। लहसुन पकाने से इसके गुणों के नष्ट होने का डर रहता है। छीलने और काटने के बाद 10 से 15 मिनट तक इसे यूं ही रख दें। इसके बाद कड़ाही में छौंकें या गर्म करें। इस दौरान इसमें ऐसे तत्व पैदा हो जाते हैं, जो ऊष्मा से होने वाले नुकसान को कम कर देते हैं। बेहतर तो यह होगा कि इसे आप कच्चा ही खाएं या कटे हुए प्याज, टमाटर आदि के साथ ब्रेड आदि पर लगा कर खाएं।
टमाटर गर्म करके खाएं
लाइकोपीन से भरपूर टमाटर को गर्म करके खाया जाए तो इस हार्ट फ्रेंडली सब्जी के पोषण को बढ़ा देता है। हमारा शरीर इससे ज्यादा पोषण ग्रहण कर सकता है। साथ में काली मिर्च, नमक और कुछ बूंद ऑलिव ऑयल भी मिला लें तो इसका सेवन ज्यादा लाभकारी होगा।
एसिडिक फूड लोहे की कड़ाही में पकाएं
टमाटर या सेब जैसे एसिडिक फूड्स पकाने के लिए कास्ट आयरन पैन का प्रयोग करें तो इससे उत्पन्न एनर्जी बूस्टिंग आयरन, आपके शरीर में कई गुना ज्यादा जज्ब होगा। टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि लोहे की कड़ाही में पकाने से इन फ्रूट्स वेजिटेबल्स में आयरन प्रचुर मात्रा में आ जाता है। इसी प्रकार एसिडिक फूड और आयरन रिच फूड को साथ पकाने से इनमें आयरन ज्यादा आ जाता है जैसे पालक और टमाटर की सब्जी, पालक सलाद के साथ आम की स्लाइस आदि। अनाज और स्ट्रॉबेरी का कॉन्बिनेशन भी काफी फायदेमंद माना गया है।