इंदौर, 8 जून (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्ववर्ती कमल नाथ सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि इंदौर में फरवरी में ही कोरोना फैला चुका था, टेस्टिंग के कोई इंतजाम नहीं थे। तत्कालीन सरकार आईफा के आयोजन में व्यस्त थी, कोरोना को लेकर कोई बैठक नहीं हुई, बैठक हुई तो आईफा के लिए।चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार सोमवार को इंदौर पहुंचे चौहान ने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम में इंदौर में फैली कोरोना महामारी के लिए सीधे तौर पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
चौहान ने कहा, इंदौर में कोरोना फरवरी में ही फैला चुका था, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों से लोग आ रहे थे, परीक्षण की कोई व्यवस्था नहीं थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने कोई बैठक नहीं की। एक बैठक जरूर हुई थी और वह थी आईफा के लिए। टिकट को लेकर मारामारी थी, यह तय कर दिया गया था कि जो हिस्से देगा, उसे पास मिलेगा, कोरोना से निपटने के लिए जो तैयारी होनी चाहिए थी, वह नहीं थी।
चौहान ने आगे कहा, इंदौर में कोरोना फैलने के बाद भी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें आ रही थीं। कोरोना पॉजिटिव आते थे, स्क्रीनिंग की व्यवस्था नहीं थी, सैंपल लेने की व्यवस्था ही नहीं थी। कई बस्तियों में कोरोना फैल गया था। यह आपराधिक लापरवाही है।
-आईएएनएस