देश में कोरोना महामारी सितंबर के मध्य तक समाप्त हो जाएगी. ये दावा स्वास्थ्य मंत्रालय के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने गतिणीय मॉडल पर आधारित विश्लेषण में किया है,
जो हाल ही औनलाइन जर्नल एपिडेमीयोलॉजी इंटरनेशनल में प्रकाशित हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय के ऑफिसर डाक्टर अनिल कुमार व रूपाली रॉय का विश्लेषण बताता है कि जब संक्रमितों का गुणांक 100 फीसदी पहुंच जाएगा तो यह महामारी समाप्त हो जाएगी. इसे आसान शब्दों में यूं समझें जब संक्रमित व रिकवर होने की दर बराबर हो जाएगी तब यह आंकड़ा हासिल होगा. 19 मई को ऐसे ही अध्ययन में यह 42 प्रतिशत था, जो अब 50 प्रतिशत है व मध्य सितंबर तक यह 100 प्रतिशत होने की आसार है. यह मॉडल किसी भी संक्रामक बीमारी पर लागू होने कि सम्भावना है.
ऐसे किया विश्लेषण निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए विशेषज्ञों ने बेली के गणितीय मॉडल का प्रयोग किया है. इस मॉडल से कुल संक्रमण की दर व अच्छा होने की दर के बीच संबंधों का विश्लेषण किया गया है. विश्लेषण में वल्र्डमीटर्स डॉट इन्फो से एक मार्च से 19 मार्च तक संक्रमित व अच्छा हुए लोगों के आंकड़े लिए गए हैं.
बेहतर परिणाम दे सकता था लॉकडाउन डाक्टर अनिल कुमार का बोलना है कि लॉकडाउन से हम व बेहतर परिणाम हासिल कर सकते थे. लेकिन कई कारणों से यह उतना प्रभावी नहीं रहा. लॉकडाउन का फैसला भले ही प्रशासनिक स्तर पर होता है, लेकिन इसके तरीका सामुदायिक स्तर पर होने चाहिए.
कितने संक्रमित होंगे, कह नहीं सकते डाक्टर कुमार का बोलना है कि यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि कितनी जनसंख्या प्रभावित होगी. यह सोशल डिस्टेंसिंग व सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं जैसे तरीकों पर निर्भर है. साथ ही सरकारों के फैसला पर भी यह निर्भर करेगा.