कोविड-19 के अतिरिक्त जिस एक वस्तु से इस समय देश का अधिकतर भाग दो चार हो रहा है वह है लू। गर्मियों में चलने वाली गर्म हवाओं को लू कहते हैं
लेकिन तकनीकी रूप से यदि लू के बारे में बताएं तो उत्तरी हिंदुस्तान में पूरी गर्मियों में उत्तरी-पूर्वी व पश्चिम से पूर्व दिशा में चलने वाली गर्म शुष्क हवाओं को लू बोला जाता है। तेज लू न सिर्फ पेड़ पौधों व पशु पक्षी के लिए खतरनाक साबित होती है बल्कि लोगों के लिए भी जानलेवा साबित होती है।
अगर समय रहते लू लगे इंसान का उपचार न किया जाए तो इससे मौत भी हो सकती है। यदि दिन में मौसम का तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहेगा तो यह बेचैनी तो पैदा करेगी ही।
प्रयास करें कि दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर से बाहर न ही निकलें। यदि आप कार्यालय में हैं तो ध्यान रखें कि इस दौरान टी-ब्रेक लेने के लिए या किसी व छोटे-मोटे कारण से बाहर न निकलें। यदि बाहर जाना ही पड़ रहा हो तो सर पर सूती का कपड़ा कुछ इस तरह लपेट कर जाएं कि कान भी कवर हो जाएं।
अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें। हल्का व सुपाच्य भोजन खाएं, दिन में थोड़ा-थोड़ा बार- बार खा सकते हैं लेकिन एक साथ अत्याधिक भोजन न करें। तरबूज, खीरा, ककड़ी, अंगूर, खरबूज जैसे फलों का सेवन करें। शिकंजी पिएं, शरबत का सेवन भी करें। शरीर में पानी की कमी न हो इसके लिए इलेक्ट्रॉल जैसे ओआरएस अपने पास रखें व यदा कदा पानी में घोलकर पी लिया करें।
प्यास न लगे तब भी पानी पीते रहें। शरीर में पानी की कमी न होने दें। कम से कम 4 लीटर पानी 24 घंटे में जरूर पिएं। यदि आप किडनी की समस्या से पीड़ित हैं तो अपने चिकित्सक से सलाह लेकर पानी पीने के बारे में तय करें। क्योंकि, किडनी की किसी किसी बीमारी में अधिक पानी पीने को लेकर एहतियात की सलाह दी जाती है।
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यदि आप लो या हाई ब्लड प्रेशर के पेशंट हैं तो ध्यान रखें कि आपका प्रेशर सामान्य बना रहे। यानी, ब्लड प्रेशर में किसी भी प्रकार का फ्लक्चुएशन आने लगे तो चिकित्सक द्वारा बताई गई दवा लें व पानी के इंटेक पर ध्यान दें।
एकदम सर्द- गर्म ट्रीटमेंट लेने से बचें। एकदम धूप से आने के बाद बहुत अधिक ठंडा पीने या खाने से बचें। हां, अपने होठों व आंखों को नम रखें। आंखों में ठंडे पानी के छीटें मारें।
कच्चे प्याज का सेवन भी अधिक से अधिक करना चाहिए। खाने में तो करें ही, जब आप घर से बाहर निकलें तब कच्चा प्याज काटकर जेब में रखें।