पूरी दुनिया इस खतरनाक वायरस (Coronavirus) के कोहराम से काफी परेशान है। जहां पिछले कुछ महीनों से लगातार बुरी खबरे सुनने को मिल रही है। वहीं इसी बीच एक अच्छी खबर सुनने को मिली है। हाल ही में अमेरिका की एली लिली कंपनी (Eli Lilly and Company) ने इस बात की घोषणा की है कि उन्होंने कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीज(Corona Patients) के खूने के नमूने से दवा तैयार की है। जिसका इंसानी ट्रायल शुरू हो गया है।
दवा का नाम 'LY-CoV555 है
इस दवा का नाम 'LY-CoV555 बताया जा रहा है। इस दवा को लिली और अब सेल्लेरा बायोलॉजी कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। वहीं कंपनी का कहना है कि पहले चरण के अध्ययन में दवा की सेफ्टी और उसे हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के सहन करने की क्षमता का पता लगाया जाएगा।
दवा को तैयार होने नें 3 महीने का समय लगा
इसके आगे कंपनी ने कहा कि यह पहली ऐसा दवा है जिसे कोरोना वायरस के खात्मे के लिए बनाया गया है। वहीं इस दवा के जरिए कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन की संरचना को निष्क्रिय किया जा सकता है।
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कोरोना वायरस स्वस्थ सेल्स तक नहीं पहुंच पाएगा
आपको बता दें कि इस दवा की मदद से कोरोना वायरस स्वस्थ सेल्स तक नहीं पहुंच पाएगा और न ही उसे नुकसान पहुंचा पाएगा। कंपनी ने आशंका जताई है कि इस दवा से जल्द ही कोरोना से बीमार लोगों का इलाज हो पाएगा। वहीं स्टडी के दौरान पता चला कि दवा से कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन और उसकी सतह पर बुरा असर पड़ता है।