चॉकलेट खाने के नुकसान तो बहुत सुने होंगे अब फायदे भी जान लें

चॉकलेट खाना बच्चों को नहीं, बल्कि बड़ों को भी बहुत अच्छा लगता है, लेकिन कई बार हमने सुना है कि चॉकलेट खाने से दांत बेकार हो जाते हैं या शरीर में फैट बढ़ जाता है. वहीं कई शोध में यह खुलासा हो चुका है कि चॉकलेट खाने से शरीर को कई पोषक तत्व मिलते हैं व चॉकलेट शरीर को लाभ भी पहुंचाती है. दरअसल चॉकलेट कोको नाम के एक पेड़ के द्रव्य से बनाई जाती है. इस पेड़ में बेहद मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हितकारी होता है. तो आइए जानते हैं कि चॉकलेट खाने से क्या फायदे होते हैं -पौष्टिकता से भरपूर कोको पेड़ के द्रव्य से बनाई गई चॉकलेट को डार्क चॉकलेट बोला जाता है. खासतौर पर यही चॉकलेट स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है, क्योंकि कोको में बहुत ज्यादा मात्रा में खनिज व घुलनशील फाइबर होते हैं. डाक्टर लक्ष्मीदत्त शुक्ला के अनुसार, कोको में मैग्नीशियम, लोहा, पोटेशियम, जिंक के अतिरिक्त भी कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें थोड़ी मात्रा में कैफीन भी पाई जाती है, इसलिए यदि हम थोड़ी सी चॉकलेट भी खाते हैं तो शरीर को बेहद मात्रा में कैलोरी मिलती है.एंटीऑक्सीडेंट का सबसे बेहतर स्रोत डार्क चॉकलेट शरीर के लिए एंटी ऑक्सीडेंट का एक जरूरी स्रोत है. शरीर पर होने वाले बाहरी आक्रमणों को रोकने के लिए एंटीऑक्सीडेंट डाइट महत्वपूर्ण होती है. दरअसल कोक में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट उच्च क्वॉलिटी के होते हैं. कई अध्ययनों से पता चला है कि चॉकलेट में ब्लूबेरी की तुलना में ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं.रक्त प्रवाह में सुधार करती है चॉकलेट डाक्टर लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनोल्स होते हैं, जो नाइट्रिक ऑक्साइड का निर्माण करते हैं, जिससे धमनियां ताकतवर बनती हैं व रक्त प्रवाह में बाधा नहीं आती है. शरीर में यदि रक्त प्रवाह सुचारू रूप से कार्य करता है तो दिल और मस्तिष्क भी उचित काम करता है. ऐसे में हार्ट अटैक और बीपी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है.गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाती है चॉकलेट सारे शरीर में दिल का स्वस्थ होना बेहद महत्वपूर्ण होता है. यदि दिल की धड़कन ठीक ढंग से कार्य करती रहेगी तो शरीर के अन्य हिस्सों में रक्त संचालन भी ठीक रहेगा, लेकिन यदि खून में कोलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ जाती है. विशेषकर बैड कोलेस्ट्रॉल तो इसका निगेटिव असर सबसे पहले दिल पर पड़ता है. डार्क चॉकलेट रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल को समाप्त करके गुड कोलेस्ट्रोल को बढ़ाती है.

शरीर में एचडीएल की मात्रा बढ़ने पर दिल का जोखिम भी कम हो जाता है. इसके अतिरिक्त डार्क चॉकलेट लेने पर शरीर को इंसुलिन भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है. ऐसे में डायबिटीज के रोगी यदि डार्क चॉकलेट खाते हैं तो उसके ज्यादा निगेटिव परिणाम देखने को नहीं मिलते हैं.चेहरे पर नहीं आती है झुर्रियां कई वैज्ञानिक शोध में यह भी खुलासा हुआ है कि डॉर्क चॉकलेट में उपस्थित कोको फ्लैवनॉल बढ़ती आयु के लक्षणों को जल्दी नहीं आने देता है. एक अध्ययन के अनुसार, प्रतिदिन डॉर्क चॉकलेट के दो कप पीने से वृद्ध लोगों का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है व उनकी सोचने की क्षमता भी तेज होती है. दिमाग स्वस्थ रहता है तो इसका सकारात्मक परिणाम शरीर के अन्य अंगों पर भी पड़ता है.

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