BMC (बृहन्मुंबई महानगर पालिका) ने घोषणा की है कि वर्ली-कोलीवाड़ा क्षेत्र के कई हिस्सों को "सील मुक्त" किया गया है। इस इलाके को 29 मार्च से तब सील कर दिया गया था जब यहां से 4 लोग कोरोना पोज़िटिव मिले। इसके बाद से यहां अन्य लोग भी इस कोरोना महामारी (Ckronavirus) की चपेट में आते गए और एरिया 'सील' होता गया।
यह क्षेत्र बीएमसी के जी साउथ वार्ड (वर्ली, प्रभादेवी, और लोअर परेल) के अंतर्गत आता है, और अब तक यहाँ COVID-19 के 2110 मामले सामने आ चुके हैं। यही नहीं यह एक सघन इलाका है और यहाँ की काफी जनसंख्या चॉल अथवा झुग्गी झोपड़ों (slum area) में रहते हैं। इसलिए यहां सोशल डिस्टेंस बनाये रखना मुश्किल है।
वर्ली से विधायक और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे (shiv sena leader aditya thackeray) ने कल इस बाबत ट्वीट किया कि, अधिकारी केवल उन क्षेत्रों को सील कर रहे हैं जहां Covid -19 के मामले सक्रिय हैं।
मुंबई की 3,336 सीलबंद इमारतों में से 40 वर्ली-कोलीवाड़ा क्षेत्र में आती हैं। अधिकारियों ने मरीजों को अलग करने के लिए पूरे इलाके में कई कंटेन्मेंट सेंटर (Contentment zone) स्थापित किए हैं।
बीएमसी ने वर्तमान में अचनाक क्रीड़ा मंडल, सोनापुर लेन, अमर प्रेम चौक, तरे हाउस, अरुण प्रकाशन संघ, लॉरेंस किनी हाउस, थॉमस किनी हाउस, ओंकार निवास, डोमिनिक किनी ज्वेल, पखारी लेन, नवजीवन कॉलोनी, वर्ली फोर्ट, और सुकुर मास्टर चॉल जैसे एरिया को सील कर दिया है।
बीएमसी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, वर्ली कोलीवाड़ा-जनता कॉलोनी, वर्ली पुलिस कैंप, मोतीलाल नेहरू नगर, मरीमा नगर, प्रेम नगर, सिद्दारनगर, वीपी नगर और वर्ली बीडीडी सहित वर्ली के भीतर कुल आठ कंटेन्टमेंट जोन हैं।
जी साउथ वार्ड के असिस्टेंट म्युनिसिपल कमिश्नर शरद उगादे ने कहा, "पुलिस, बीएमसी और सामुदायिक नेताओं के प्रतिनिधियों के बीच हुई एक बैठक के दौरान वर्ली कोलीवाड़ा और जनता कॉलोनी के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लागू रहेगा।"