कोरोनायरस व सामान्य फ्लू के लक्षणों की इन तरीको से करे पहचान

कोरोना के इस काल में खांसी व बुखार आते ही लोग दहशत में आ जा रहे हैं. इसकी वजह कोरोनायरस व सामान्य फ्लू के लक्षणों का आपस में मिलना है. सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर प्रतिदिन आ रही सैकड़ों काल इसकी तस्दीक करती हैं.

सवाल यह है कि दोनों में फर्क कैसे किया जाए. क्या खांसी व बुखार आते ही आपको कोरोना की जाँच करानी चाहिए? माइक्रोबायोलाजिस्ट डाक्टर टी। एन। ढोल के मुताबिक दोनों में बहुत ज्यादा बारीक फर्क है. शुरूआती लक्षण काफी-कुछ मिलते-जुलते हैं, लेकिन पहचान करना संभव है. डाक्टर ढोल एसजीपीजीआई में सीनियर माइक्रोबायोलाजिस्ट रहे हैं. इस वक्त हिन्द इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस में माइक्रोबायोलाजी विभाग के हेड हैं.
डाक्टर ढोल के मुताबिक बुखार के साथ अगर सांस लेने में तकलीफ व सूखी खांसी है तो सावधान हो जाना चाहिए. इसके अतिरिक्त अगर खांसी के साथ गले में खराश हो रही है तो आदमी फौरन चिकित्सक से सम्पर्क करे. डाक्टर कोरोना टेस्ट कराएगा व महत्वपूर्ण दवाएं देगा जिससे पकड़ में आ जाएगा कि मरीज कोरोना से संक्रमित तो नहीं.
डाक्टर ढोल ने बोला कि कोरोना में खून में आक्सीजन की कमी (40 से 50 प्रतिशत) हो जाती है. यह भी एक लक्षण है कोरोनावायरस को पहचाने का. उन्होंने बोला कि इसकी जाँच पल्स आक्सीमीटर नाम की मशीन से किया जा सकता है. इस मशीन को हाथ की किसी उंगली में लगाने पर आक्सीजन लेवल पता चल जाता है जिससे झट से कोरोना के बारे में पता चल सकता है.
कोरोना के लक्षण :
सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश होने के साथ सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, बुखार
सामान्य फ्लू के लक्षण
जुकाम (नाक बहना), बुखार- खांसी, सिरदर्द, आंखों का लाल होना या आंखों में पानी आना आदि हैं.

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