संक्रमण और रोगों को दूर करने के लिए करे इस पौदे के पत्ते का सेवन

बहुत कम लोग जानते हैं कि प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल होता आ रहा है. ऐसे में आप सभी को बता दें कि गिलोय दिखने में तो बिलकुल पीपल और पान के पत्ते जैसा होता है

लेकिन यह बहुत ही चमत्कारी होता है. जी दरअसल इसकी छाल, जड़, तना और पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट्स , कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन और अन्य न्यूट्रिएंट्स होते हैं. इसी के साथ गिलोय के पत्ते से लेकर इसकी लकड़ी भी कमाल के फायदे पहुँचाती है. आप सभी को बता दें कि गिलोय हमारे शरीर के कई संक्रमण और रोगों को दूर करने में बहुत ही सहायक होता है.
वैसे यह केवल बुखार ही नहीं बल्कि दर्द, मधुमेह, एसिडिटी, सर्दी-जुकाम, खून की कमी पूरी करने, कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के अलावा रक्त शुद्ध करने शारीरिक व मानसिक कमजोरी दूर करती है. इसी के साथ गिलोय का सेवन पेट संबंधी और मोटापे को कम करने के लिए भी किया जाता है.
आप एक चम्मच इसके रस में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह -शाम लेंगे तो आपका मोटापा दूर हो जाएगा. कहा जाता है कि अगर पेट में कीड़े हो गए हों तो पीड़ित व्यक्ति को कुछ दिनों तक नियमित रूप में गिलोय का सेवन कराना चाहिए. लाभ मिलता है. जी दरअसल गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है. इसी के साथ ध्यान रहे इसका सेवन बहुत ज्यादा नहीं करना चाहिए वरना मुंह पर छाले हो सकते हैं.

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