नई दिल्ली: बाजार में ढ़ेरों किस्म के किशमिश आपको मिल जाएंगे। जिनके अलग-अलग तरह के फायदे होते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम हैं कि काली किशमिश को दूध में भिगोकर खाने से कई तरह की बीमारियों से निजात पाा जा सकता हैं। यह तो आप जानते ही हैं कि हल्के नारंगी रंग की दिखने वाले किशमिश हरे अंगूर से बनते हैं वहीं, काले किशमिश काले अंगूर से तैयार किए जाते हैं। काली किशमिश का वैसे तो किसी भी तरह से सेवन किया जा सकता है लेकिन दूध में भिगोकर इसका सेवन करने से इसके स्वास्थ्य लाभ और भी बढ़ सकते हैं। जी हां! काली किशमिश इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए सबसे कारगर मानी जाती है। काली किशमिश के एक नहीं बल्कि अनेक फायदे हैं।
आपको यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन काली किशमिश का सेवन करने के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाया जा सकता है। दरअसल, काली किशमिश में विटामिन सी की मात्रा पाई जाती है जो एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करके और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद कर सकती है। इसलिए अगर आप भी अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखना चाहते हैं तो आज से ही काली किशमिश का सेवन शुरू कर सकते हैं। काली किशमिश हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है। ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी से बचाए रखने के लिए भी यह काफी फायदेमंद हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायो टेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के अनुसार काली किशमिश में मैग्नीशियम की मात्रा पाई जाती है जो हड्डियों को कमजोर होने से बचाने का काम कर सकती है।
हमारी डाइट सीधे तौर पर हमारी स्किन के पोषण से जुड़ी होती हैकाली किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट गुण और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाने का गुण पाया जाता है। एंटी ऑक्सीडेंट गुण त्वचा को निखारने का काम करता है तो वहीं, हमारी त्वचा को कई सारे इंफेक्शन से बचाए रखने के लिए मददगार साबित हो सकती है। काली किशमिश कई पौष्टिक तत्वों से भरी होती है. बाल झड़ने से लेकर बालों में डैंड्रफ और उनके कमजोर हो जाने के पीछे विटामिन और मिनरल्स की कमी ही सबसे बड़ी वजह होती है। जबकि काली किशमिश का सेवन करने से इस समस्या से बचा जा सकता है. हमारे बालों के लिए हमारी डाइट काफी मायने रखती है।