ज्यादा चलने या कार्य करने पर अक्सर पिंडलियों में दर्द होने लगता है. पिंडली यानी पैर में पीछे का भाग है, आमतौर पर इसमें दर्द का कारण मांसपेशियों में खिंचाव या ऐंठन आ जाना होता है.
इससे बचने के लिए नितंब, पैर का अगला भाग व एड़ी की मांसपेशियां चुस्त होनी महत्वपूर्ण हैं. इन अंगों की स्वास्थ्य का प्रभाव पिंडलियों पर पड़ता है. जिसके लिए आप ये तीन व्यायाम कर सकते हैं.
हिप एब्डक्टर इस व्यायाम में पैर को मध्य रेखा से एक ओर उठाते हैं. यह व्यायाम करने के लिए जमीन पर बायीं करबट से लेट जाएं, मुंह छत की ओर होगा. दायां हाथ कंधे की सीध में रखें व बायें हाथ से सिर को थामे रखें. अब नितंब से दायां पैर ऊपर उठाएं, घुटने सीधे रहेंगे. इस मुद्रा में दस सेकंड तक पैर को रोककर रखें. फिर एक से दो सेकंड तक आराम करके इसे दोहराएं. एक पैर से यह व्यायाम 15 से 20 बार करें व फिर दायीं करबट से करें. फायदा : यह व्यायाम करने से खड़े होने, चलने व पैर को घुमाने में आराम महसूस करेंगे जिससे पिंडलियों पर कम दवाब पड़ेगा. साथ ही शरीर का पिछला भाग चुस्त होगा. जिससे चर्बी घटती है व शरीर का अलावा वजन कम होता है.
स्टेयर्स हील स्ट्रेचिंग जिस पैर की एक्सरसाइज़ करनी हो, उस पंजे को एक सीढ़ी के किनारे पर खड़े होकर एड़ी को हवा में रखें. सहारे के लिए दीवार या रेलिंग पकड़ सकते हैं. इसके बाद धीरे-धीरे एड़ी को नीचे-ऊपर ले जाएं. इस स्थिति में खुद को एक से दो सेकंड तक रोकें. एक पैर से इसे बीस बार करें. फायदा : यह व्यायाम करने से पिंडली की मांसपेशियों में तनाव आता है जिससे उसकी जकड़न दूर होती है. साथ ही पैर के तलबे की एक्सरसाइज़ हो जाती है.
शिन स्पिलिट स्ट्रेच यह व्यायाम पैर के अगले हिस्से की मांसपेशियों के लिए है, जिससे पिंडलियों पर तनाव आता है. इसे करने के लिए जमीन की ओर मुंह करके दोनों पंजों व हाथों के बल लेटें, शरीर हवा में रहेगा. अब पैर के अगले हिस्से को तानते हुए पैरों पर दवाब बनाएं, आपका मुंह सामने की ओर रहेगा. इस अवस्था में 15 से 20 सेकंड तक रुकें व फिर आराम की अवस्था में आ जाएं. इसे दोनों पैरों से 15-15 बार कर सकते हैं. फायदा : पैर के अगले हिस्से में तनाव आने से पिंडलियों की मांसपेशियां चुस्त होती हैं, जिससे पैर के अगले और पिछले हिस्से का दर्द अच्छा हो जाता है. इस व्यायाम से पेट की चर्बी घटती है.