कुछ माह पहले जिस तरह की सहज जिंदगी हम जी रहे थे, शायद वैसी जिंदगी अब संभव नहीं हैं. क्योंकि आए दिन यह सुन रहे हैं कि अब हमें कोरोना वायरस के साथ ज़िंदगी जीना सीख लेना चाहिए.
आखिर ऐसा क्यों बोला जा रहा है व कोरोना वायरस के साथ जिंदगी जीने के अर्थ क्या हैं? सामान्य तौर पर यह समझा जा सकता है कि कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी संसार में है तो घर से बाहर निकलते समय अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए कोई भी कार्य करना है. लेकिन कोरोना वायरस के साथ ज़िंदगी जीने के सिर्फ ये ही अर्थ नहीं हैं, क्योंकि कोरोना के रहते हुए संभव है कि हर तरह की व्यवस्था में परिवर्तन आ जाए. आइए जानते हैं कैसी हो सकती है कोरोना के साथ की जिंदगी - हर समय मास्क लगाना जरूरी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए महत्वपूर्ण है कि हम घर से जब भी बाहर जाएं तो चेहरे पर मास्क व हाथ में ग्लब्ज पहन कर जाएं. घर से बाहर जब भी जाएं तो जहां तक संभव हो किसी वस्तु का स्पर्श न करें. ऐसा करने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.एम्स के डाक्टर अजय मोहन के अनुसार, जब तक कोरोना वायरस का उपचार नहीं मिल जाता, बचाव ही उपचार है.बाहर खान-पान पर पाबंदी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए होटल और रेस्त्रां में खाने से बचें, क्योंकि भीड़भाड़ वाले इलाके में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. यह भी संभव है कि होटल में अब पहले की तरह व्यवस्था न हो व फिजिकल डिस्टेसिंग के लिए दूर-दूर टेबल लगाई जाएं. इसके अतिरिक्त बाहर का खाना इसलिए भी नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इससे इम्युनिटी निर्बल होने का खतरा रहता है, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. डाक्टर आकांक्षा मिश्रा के अनुसार, संतुलित आहार, ताजे फल, हरी सब्जियां, तनाव न लेना व व्यायाम करते रहना, इम्युनिटी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है.अनावश्यक सफर करने से बचें कोरोना के साथ जीने का मतलब ये भी है कि पहले कि तरह सैर-सपाटा अब संभव नहीं हो सकेगा व अपने क्षेत्र में रोजगार पाने का कोशिश करें, ताकि लॉकडाउन की तरह अन्य स्थानों पर फंसने की संभावना नहीं रहेगी. अपने परिवार के साथ क्वॉलिटी समय बिताने का कोशिश करें. सार्वजनिक जगह पर हर समय फिजिकल डिस्टेंसिग का सख्ती से पालन करें.कम में गुजारा करने की आदत डालें कोरोना के साथ यदि ज़िंदगी सुलभता से जीना है तो इसके लिए कम चीजों में ज़िंदगी गुजारना महत्वपूर्ण होने कि सम्भावना है. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लंबे समय तक उद्योग-धंधे प्रभावित रह सकते हैं, ऐसे में पहले की तरह हर वस्तु सरलता से उपलब्ध नहीं हो सकेगी. घर में जो चीजें हैं, उन्हें मितव्ययिता के साथ उपयोग करने की आदत डालनी होगी.नियमित व्यायाम करना जरूरी कोरोना संक्रमण से बचने के लिए महत्वपूर्ण है कि अब रोज व्यायाम जरूर करें व 800 से 1000 कैलोरी बर्न करने वाली अभ्यास जरूर करें. इसमें ट्रेड़मिल, योग, रो-जंपिंग, जुंबा डांस आदि शामिल हो सकते हैं. नियमित व्यायाम करने से शरीर में उपस्थित टॉक्सिन पसीने के साथ बाहर निकल जाते हैं, जिससे शरीर की हर कोशिका में ऑक्सीजन सुलभता से पहुंचती है व इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. शरीर में लचीलापन रहने के कारण स्फूर्ति बनी रहती है.