शरीफा एक बड़ा ही स्वादिष्ट फल है शरीफा सिर्फ फल नहीं, दवा भी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग शरीर से दुबले पतले होते हैं उन्हें शरीफा खाना चाहिए। शरीफा खाने से शरीर की दुर्बलता तो दूर होती ही है साथ ही मैनपावर भी बढता है।
आयुर्वेद के अनुसार शरीफा शरीर को शीतलता पहुंचाता है। यह फल पित्तशामक, तृषाशामक, उल्टी रोकने वाला, पौष्टिक, तृप्तिकर्ता, कफ एवं वीर्यवर्धक, मांस एवं रक्त वर्धक, बलवर्धक, वात दोष शामक और हृदय के लिए लाभदायी है। कच्चा सीताफल खाने से अतिसार और पेचिश में फायदा मिलता है। कच्चे शरीफा को काटकर सुखा दें और पीसकर रोगी खिलाएं। इससे डायरिया सही हो जाएगा। शरीफा दवा का काम भी करता है। इस फल को खाने से दुर्बलता दूर होकर मैनपावर बढ़ती है।
शरीफा के बीजों को बकरी के दूध के साथ पीसकर लगाने से सिर के उड़े हुए बाल भी फिर से उग आते हैं। शरीफा के बीजों को बारीक पीस कर रात को सिर में लगा लें और किसी मोटे कपड़े से सिर को अच्छी तरह बांध कर सो जाएं। इससे जुएं मर जाती हैं।
इस बात का ध्यान रखें कि यह आंखों तक न पहुंचे, क्योंकि इससे आंखों में जलन व अन्य नुकसान हो सकता है। शरीफा के पत्तों का रस बालों की जड़ो में अच्छी तरह मालिश करने से जुएं मर जाती हैं। शरीफा घबराहट दूर कर हार्टबीट को सही करता है। कमजोर हृदय या उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए इसका सेवन बहुत ही लाभदायक है।