Rahul Gandhi told why the government is not helping the countrymen, said the purpose of the lockdown failed
नई दिल्ली, 26 मई : पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल गांधी ( Rahul Gandhi, former Congress president and Lok Sabha member from Wayanad, Kerala ) ने वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार की कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर उठाए गए कदमों की आलोचना की है।
श्री गांधी ने कहा है कि भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है लेकिन लॉकडाउन हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का उद्देश्य ( Purpose of lockdown ) पूरी तरह से फेल हो गया है. भारत इस समय नाकाम लॉकडाउन के नतीजों का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि कोरोना संक्रमण को रोकने और लॉकडाउन हटाने के लिए क्या रणनीति है।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने फरवरी में ही बता दिया था कि एक बड़ा संकट आने वाला है और आज फिर कह रहे हैं कि सरकार ने अभी कदम नहीं उठाए तो बड़ा आर्थिक संकट आने वाला है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा- पारदर्शिता नहीं है , चीन के मुद्दे पर ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा , अभी मेरे लिए ठीक नहीं होगा
राहुल गांधी ने कहा,
'मेरा अभी भी मानना है कि अगर आर्थिक सहायता नहीं दी, MSMEs की रक्षा नहीं की, तो जो नुकसान अब तक हुआ है, उससे ज्यादा होने की संभावना है। मेरा निवेदन है कि आर्थिक सहायता करने की जरूरत है। एक राष्ट्रीय नेता के रूप में यह कहना खेदजनक है, लेकिन MSME दिवालिया हो जाएंगे, लोग बेरोजगार हो जाएंगे और इसलिए हम इस बात पर जोर दे रहे हैं कि MSME और गरीबों को पैसे की आवश्यकता है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो यह घातक होगा।'
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत एक बहुत ही गंभीर बेरोजगारी समस्या का सामना कर रहा है और यह कुछ समय के लिए है। मेक इन इंडिया और अन्य पहलों ने अपेक्षित परिणाम नहीं दिए हैं। अब कोरोना ने बेरोजगारी की समस्या को कई गुना बढ़ा दिया है.
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का आर्थिक पैकेज ( Prime Minister Modi's economic package ) जीडीपी का 10 फीसदी नहीं सिर्फ 1 फीसदी है। उन्होंने देश के मजदूरों के पास इस समय पैसे की कमी है। उनको कैश देने की जरूरत है, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है। कांग्रेस ने ऐसे लोगों को जो आयकर नहीं देते हैं उनको 7500 रुपये महीने देने की मांग की है लेकिन यह बात भी नहीं माना जा रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार में जो नीति निर्धारक हैं उनसे उनकी अप्रत्यक्ष तौर पर बात हुई तो उनका कहना है कि अगर सरकार कैश देती है तो भारत की रेटिंग घट जाएगी, इसलिए सरकार ऐसा नहीं कर रही है।
श्री गांधी ने कहा कि भारत की रेटिंग विदेशों में तय नहीं होती है, उसकी ताकत देश के अंदर है, देश के अंदर सबको मजबूत करना है।
उन्होंने कहा कि मैं इसमें नहीं जाना चाहता कि सरकार विफल क्यों रही है, वो अतीत है। मुझे अभी इस बात में दिलचस्पी है कि भारत अभी जिस चीज का सामना कर रहा है, वो है- एक असफल लॉकडाउन है। कई राज्यों में बीमारी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि दो महीने पहले लॉक्डाउन लागू करते समय PM ने कहा था कि 21 दिनों में Corona के ख़िलाफ़ जंग जीतेंगे।आज 60 से ज़्यादा दिन बीत चुके हैं और रोज़ मरीज़ों की संख्या ज़बरदस्त तेज़ी से बढ़ रही है।लॉक्डाउन इस वाइरस को हरा नहीं पाया है।मेरा सरकार से सीधा सवाल है- अब आगे क्या योजना है?
my LIVE video press conference on the Covid crisis, the Lockdown & other related issues. https://t.co/6O83YiAPXX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 26, 2020
दो महीने पहले लॉक्डाउन लागू करते समय PM ने कहा था कि 21 दिनों में Corona के ख़िलाफ़ जंग जीतेंगे।आज 60 से ज़्यादा दिन बीत चुके हैं और रोज़ मरीज़ों की संख्या ज़बरदस्त तेज़ी से बढ़ रही है।लॉक्डाउन इस वाइरस को हरा नहीं पाया है।मेरा सरकार से सीधा सवाल है- अब आगे क्या योजना है? pic.twitter.com/NULQsX92Pj
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 26, 2020