ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं का बोलना है कि इस कोरोना वायरस संकट के दौरान यदि योग किया जाए, तो वह तनाव व अवसाद के लक्षणों को बहुत ज्यादा हद तक कम कर सकता है.
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में योग के सिर्फ व्यायाम वाले भाग को शामिल किया है, इसमें प्राणायाम व ध्यान शामिल नहीं हैं. उन्होंने ऐसे आसनों के आधार पर विश्लेषण किया है, जिसमें आदमी कम से कम 50 फीसदी समय शारीरिक रुप से सक्रिय हो.
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया व यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स की एक मेडिकल शोधकर्ताओं की टीम ने अपने अध्ययन में पाया कि योग करने से ऐसे लोगों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है जो अवसाद ग्रस्त हैं, किसी घटना के कारण तनाव से गुजर रहे हैं, जिन्हें सिजोफ्रेनिया, बेचैनी, शराब की लत व बाइपोलर दिक्कतें हैं. टीम का बोलना है कि आदमी लगातार योग करे तो उससे आदमी का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होता है.