नई दिल्ली: जुड़वा बच्चों को लेकर और भी कई कौतुहल लोगों के मन में बना रहता है। शादी के लंबे समय के बाद कपल जब बच्चें प्लान करते हैं तो ज्यादात्त्तर लोगों के मन में पहली चीज आती है कि काश जुड़वा बच्चें हो जाएं। माता-पिता बनना हर इंसान के लिए दुनिया की सबसे बड़ी चीज है। ऐसे में जब किसी महिला को जुड़वां बच्चे (twins) हो जाते हैं तो घर पर खुशी का माहौल दुगना हो जाता है। वहीं इसका एक फायदा भी हैं कि जुड़वा बच्चे करने की वजह से किसी भी महिला को बार-बार प्रसव पीड़ा (labour pain) से गुजरना नहीं पड़ेगा। ऐसे में अगर आप जुड़वा बच्चे चाहते हैं तो आज हम आपको इसका बेहद सरल उपाय बताएंगे। वैज्ञानिक तथ्य (scientifically) के अनुसार येम फल का सेवन करें। जी हां, प्रेगनेंसी (pregnancy) प्लान करने के दौरान येम फल का सेवन करने से आपको जुड़वा बच्चे होने की संभावना बढ़ जाती है।
हालांकि काफी कम लोगों ने इस फल के बारे में सुना होगा लेकिन यह फल बाजार में मिल जाते हैं। इसे खाने की वजह से ओव्यूलेशन के लिए एक से अधिक अंडा रिलीज होता है जिससे एक साथ दो बच्चे होने की संभावना ज्यादा होती है। जो भी गर्भवती महिला दूध से बने किसी भी चीज का सेवन ज्यादा करती हैं, उनको जुड़वा बच्चे होने की संभावना 5 गुना बढ़ जाती है। सामान्य रूप से आईवीएफ के जरिए गर्भधारण करने वाली 20 से 40 प्रतिशत महिलाएं एक बार में एक से ज्यादा बच्चों को जन्म देती हैं। इसकी मुख्य वजह यह होती है कि इस दौरान महिला की योनि में एक से ज्यादा निषेचित अंडे डाले जाते हैं। ऐसे में आईवीएफ की मदद से आप जुड़वा बच्चे पा सकती हैं। गर्भनिरोधक गोलियां यूं तो प्रेग्नेंसी रोकने के काम आती हैं, लेकिन इसके सेवन से भी जुड़वा बच्चे की संभावना बढ़ जाती है। दरअसल जब आप गोलियां खाना बंद करते हैं, तो हो सकता है कि शुरुआत के किसी मंधली साइकल के दौरान शरीर में विभिन्न प्रकार के हार्मोनल बदलाव आएं, जिसके चलते इन गोलियों को खाते हुए भी आपके दो गर्भ ठहरने की संभावना अधिक हो जाती है।
कहा जाता है कि कम उम्र में जुड़वा बच्चे पैदा करने की संभावना कम होती है। जी हां, मेडिकल रिसर्च के मुताबिक जुड़वा बच्चे करने की सही उम्र 30 से लेकर 35 के बीच की होती है। जिस महिला की उम्र 30 या 35 से ऊपर है, वह महिला एफएसएच का अधिक उत्पादन करती हैं। इस हार्मोन का स्तर जितना अधिक रहेगा उतना ही ज्यादा जुड़वा बच्चे होने की संभावना रहती है।