नई दिल्ली। नासिक की कंपनी ईएसडीएस के एए+ कोविड-19 टेस्टिंग सॉल्यूशन से पता लगाया जा सकता है कि मरीज 5 मिनट पहले तक कोविड-19 से पीडि़त रहा है या नहीं। इस प्रक्रिया में स्वास्थ्यकर्मियों को बस सीने का एक्स-रे लेकर उसकी फिल्म या फोटो उसके वेब ब्राउजर पर अपलोड करना है।अपलोड होने के बाद, तुरंत पता चल जायेगा कि मरीज कोविड-19 से पीडि़त है या नहीं। इसकी 98 फीसदी एक्यूरेसी है। कंपनी द्वारा देश में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, कोलकाता, चेन्नई सहित कई नगरपालिकाओं, सरकारी अस्पतालों, सिविल हॉस्पिटल्स और प्रमुख निजी बैंकों द्वारा इस टेस्टिंग समाधान को अब प्रूफ ऑफ कंसेप्ट के रूप में सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है। अभी सरकारी अस्पतालों और इंडिविजुअल के लिए यह टेस्ट फ्री है। लेकिन कुछ दिनों बाद प्रति टेस्ट 150 रुपये का शुल्क वसूला जाएगा। आमतौर पर कोविड टेस्ट में कई दिनों का वक्त लगता है लेकिन इसमें महज 5 मिनट में परिणाम आएगा।
ईएसडीएस ग्रुप के सीईओ और सीएमडी पीयूष सोमानी ने बताया कि समय की मांग के अनुरूप उन्होंने यह समाधान विकसित किया है। इस समय देश में हर रोज कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और इसके चलते कोविड-19 टेस्टिंग सेंटर्स पर दबाव बढ़ रहा है। इस तकनीक से उन मरीज के संदेहों को भी दूर किया जा सकेगा जो यह जानने के लिए कई दिनों तक चिंतित रहते कि उन्हें कोविड-19 है या नहीं। कंपनी का कहना है कि उनके इस रैपिड कोविड-19 टेस्टिंग सॉल्यूशन के जरिए सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम तथा इटली सहित कई देशों से प्राप्त हजारों सीएक्सआर की स्कैनिंग की जा चुकी है। इस अनूठे, किफायती और स्पीडी टेस्टिंग सोल्यूशन से ईएसडीएस इस महामारी से लड़ने में न केवल भारत बल्कि दुनिया भर की सरकारों की सहायता करने का वायदा करता है।