कैंसर जैसी भयानक बीमारी के बारे में तो सभी जानते हैं जो कि भारत में तेजी से अपने पैर पसार रही है और कईयों की मौत का कारण बन रही है। कैंसर का इलाज भी बड़ा जटिल होता हैं। कैंसर के इलाज में कीमोथैरेपी की मदद ली जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कैंसर बचाव में काम आने वाली यह कीमोथैरेपी भी आपको बीमार बनाती हैं। जी हाँ, कीमोथैरेपी के कई साइड इफेक्ट्स होते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इस कीमोथैरेपीसे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में ही बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।त्वचा पर निशान इन एंटी ड्रग्स से त्वचा पर चकत्ते और मुंह में घाव होना जैसे साइड इफैक्ट भी दिखाई देते हैं। ऐसे में आपको घबराने की बजाए तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
खून में इंफैक्शनइसके कारण ब्लड में इंफेक्शन और खून का बहाव भी हो सकता है। साथ ही स्किन एलर्जी, शरीर के किसी हिस्से का सुन्न होना, हाथों और पैरों में झुनझुनी और ब्लैडर से खून का आना जैसे साइड इफैक्ट्स भी दिख सकते हैं।नींद ना आना इन एंटी कैंसर दवाओं का असर नींद पर भी पड़ता है,जिससे मरीज को नींद आनी बंद हो जाती है। ऐसे में स्लिपिंग पिल्स लेने की बजाए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।खून की कमी यह दवएं कैंसर सेल्स को खत्म करती है इसलिए इसके कारण रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा व प्लेटलेट्स की संख्या भी घट जाती है। कई बार इन दवाओं के कारण सांस लेने में भी तकलीफ भी होती है। कोशिश करें अपनी डाइट में आयनयुक्त आहार लें।
कमजोर इम्यूनिटी और वेटलॉसएक तरफ जहां कीमोथेरेपी कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए रोगियों को दी जाती है। वहीं इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने वह वजन कम होने का खतरा भी रहता है। बालों का झड़ना कीमोथैरेपी के दौरान शरीर के सारे बाल झड़ जाते हैं। हालांकि बाल अस्थाई रुप से ही झड़ते हैं, थैरेपी के खत्म होने पर बाल फिर से उगने शुरु हो जाते हैं। बालों को जल्दी उगाने के लिए आयरन भरपूर डाइट लेना बहुत जरूरी है साथ ही में कुछ सप्लीमेंट भी शामिल किए जा सकते हैं। उल्टी और दस्त कई बार कई मरीज कीमोथैरेपी लेने के तुरंत बाद कच्ची सब्जियों का सेवन करने लगते है या फिर दवाइयों के तेज होने के कारण भी उन्हें चक्कर, दस्त अथवा उल्टी जैसे प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। अगर प्रॉब्लम ज्यादा बढ़ रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें।