विश्व स्वास्थ्य संगठन का बोलना है कि ऐसे लोग जोपहले से दिल रोग, अस्थमा व डायबिटीज से जूझ रहे हैं उन्हें कोरोना के संक्रमण का खतरा ज्यादा है. आज वर्ल्ड हायपरटेंशन डे है. एक्सपर्ट का बोलना है
कि हायरपटेंशन यानी हाईब्लड प्रेशर के मरीजों को अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि इसका सीधा सम्बंध दिल से है.
मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन व कार्डियोलॉजी विभाग के हेड डाक्टर बलबीर सिंहसे जानिए कोरोना व हायपरटेंशन का कनेक्शन और उससे जुड़े सवाल-जवाब।#1) क्या दिल की बेकार स्थिति वाले मरीज ज्यादा जोखिम में हैं? 65 वर्ष से ज्यादा आयु के लोग जिन्हें कॉरोनरी हार्ट डिजीज या हाइपरटेंशन है उन्हें कोविड-19 से संक्रमित होने की संभावना ज्यादा है. ऐसे मरीज जिनके दिल की स्थिति निर्बल है जैसे हार्ट फेलियर या एरिथमिया उनमें वायरल संक्रमण के लक्षण सामने आने की संभावना ज्यादा रहती है. दूसरे लोगों के मुकाबले ऐसे लोगों को संक्रमण होगा तो ज्यादा गंभीर भी होता है.
गले में खराश समेत हल्के वायरल बुखार के अतिरिक्त खांसी, दर्द व तकलीफ ही नहीं शरीर का तापमान बढ़ना व फिर सीने में संक्रमण व निमोनिया होने की संभावना भी ज्यादा है.जो लोग जोखिम में है इम्युनिटी कमजोरहै,ऐसे लोगों में हार्ट ट्रांसप्लांट के मरीज, हार्ट फेलियर व / या कार्डियोमायोपैथी (हृदय की मांसपेशी की बीमारी) के शिकार लोग शामिल हैं.
#2) क्या ऐसे लोगों को अपने सामान्य शेड्यूल के अनुसार अस्पताल जाना चाहिए?
नियमित जाँच के लिए अस्पताल जाने के विषय में मरीजों को अपने चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए. मौजूदा स्थिति को देखते हुए मरीज को यह सलाह दी जा सकती है कि वे फोन पर कंसल्टेशन प्राप्त करें या वीडियो चैट के जरिए सलाह लें.#3)वायरस संक्रमण दिल को कैसे प्रभावित करता है? वैसे तो वायरस से संक्रमित होने का आधार सांस, खांसी, छींक आदि के जरिए निकलने वाली बारीक बूंदेहैं औरहृदय के मरीजों में एक बार जब इनसे वायरस प्रवेश कर जाता है तो सीधे फेफड़े को नुकसान पहुंचाता है.फिर एक इनफ्लेमेट्री रेस्पांस की आरंभ होती है. इससे कार्डियोवस्कुलर सिस्टम पर जोर पड़ता है. खून में ऑक्सीजन के लेवल व ब्लड प्रेशर में कमी आती है.
#4) निर्बल दिल वालेडॉक्टरकी मदद कब लें?
अगर आप या आपके किसी करीबी के दिल की स्थिति निर्बल है खासकर व्यायाम के समय या आराम करते हुए भी सीने में दर्द बढ़ रहा है, सांस फूलती है, धड़कन तेज है, बेहोश हो गए थे तो मरीज डॉक्टर से सम्पर्क करें. वे स्थिति के आधार पर मरीज को अस्पताल में ट्रांसफर करने की सलाह देंगे.#5) क्या इम्प्लांट उपकरण भी वायरस से संक्रमित होते हैं? नहीं, पेस मेकर जैसे इंप्लांट किए हुए मेडिकल उपकरण पर वायरस का कोई असर नहीं होता है.#6) दिल रोगियों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?