(और : हाई बीपी की आयुर्वेदिक दवा और इलाज)नमक और हाइपरटेंशन नमक और हाइपरटेंशनहमारा ज्यादातर खाना नमक के बिना अधूरा ही माना जाता है. नमक न सिर्फ हमारे खाने को फ्लेवर देता है बल्कि हमारे शरीर के सोडियम का भी मुख्य सोर्स है. सोडियम एक ऐसा मिनरल है जो शरीर की क्रियाओं के लिए बेहद जरूरी है. लेकिन बीते कुछ सालों में लोगों ने अपनी डाइट में जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन करना शुरू कर दिया है. नतीजतन, बड़ी संख्या में लोग कई तरह की बीमारियों जैसे- मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं.आमतौर पर एक व्यक्ति को एक दिन में 0.25 ग्राम से ज्यादा नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. हालांकि पैकेज्ड फूड और कई तरह से फास्ट फूड में बहुत ज्यादा अतिरिक्त नमक होता है. वैसे तो हम इन चीजों में शामिल नमक को देख नहीं पाते लेकिन वे हमारे नमक के डेली इन्टेक को बढ़ाने का काम करते हैं. लेकिन हम ऐसा नहीं कह रहे कि जंकफूड को पूरी तरह से खाना बंद कर देना चाहिए लेकिन जंकफूड खाते वक्त संयम और संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है.(और : हाई ब्लड प्रेशर के घरेलू उपाय)नमक कैसे हमारी धमनियों को संकुचित करता है? नमक में 40 प्रतिशत सोडियम और 60 प्रतिशत क्लोराइड होता है. आमतौर पर नमक में मौजूद क्लोराइड ही है जो हाइपरटेंशन के लिए दोषी माना जाता है. इसलिए इन दोनों का रिश्ता सीधे अनुपात में है. आसान शब्दों में समझें तो आप जितना ज्यादा नमक खाएंगे आपका ब्लड प्रेशर उतना ही ज्यादा बढ़ेगा. सोडियम और क्लोराइड का यह कॉम्बिनेशन, शरीर में कम्पाउंड्स के संतुलन को भी बिगाड़ने का काम करता है.किडनी के पास मौजूद रक्त वाहिकाओं का उदाहरण लेते हैं- पोटैशियम और सोडियम दोनों ही किडनी में अतिरिक्त पानी पहुंचाने का काम करते हैं और इस प्रक्रिया को ऑस्मोसिस कहते हैं. इसके बाद यह पानी, पेशाब के रूप में शरीर से बाहर निकलता है. हालांकि अगर शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक हो जाए तो किडनी द्वारा इस पानी को सोखने की क्षमता बाधित हो जाती है. जब ऐसा होता है तो किडनी के आसपास की रक्त वाहिकाओं पर बहुत ज्यादा प्रेशर बनता है जिससे ब्लड प्रेशर स्पष्ट रूप से बढ़ जाता है.(और : हाई ब्लड प्रेशर दूर करने के लिए करें योग)ठीक इसी तरह से जब हृदय तक जाने वाली धमनियां संकुचित हो जाती हैं तो इनमें से होकर गुजरने वाले खून का संचार कम हो जाता है. इससे हृदय तक जरूरी और पर्याप्त खून पहुंचाने के क्रम में धमनियों में तनाव बढ़ता है. नतीजा- ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है. ऐसा होने पर शुरुआत में हल्का दर्द महसूस होता है और फिर कुछ गंभीर मामलों में हार्ट अटैक भी हो सकता है.वैसे लोग जिनका ब्लड प्रेशर नॉर्मल है, वे अगर 18 महीने तक अपने रोजाना के नमक के सेवन में 2 ग्राम प्रतिदिन की कमी कर दें को ऐसे लोगों को हाइपरटेंशन होने का खतरा 35 प्रतिशत तक कम हो जाता है. इसके अलावा वैसे लोग जिनका ब्लड प्रेशर पहले से ही बढ़ा हुआ है वे अगर अपने रोजाना के नमक के सेवन में 4.6 ग्राम प्रति दिन की कमी कर दें तो उनका ब्लड प्रेशर भी 5.06/2.70 mm Hg तक कम हो सकता है.(और : हाई बीपी में बहुत ही फायदेमंद है इन फल और सब्जियों का जूस) ऐसा किसी ने नहीं कहा कि आप खाने को इंजॉय नहीं कर सकते. आपको सिर्फ अपने नमक के सेवन पर नजर रखनी है और जहां तक संभव हो नमक का सेवन कम से कम करना है. साथ ही साथ रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक जरूर करें. ऐसा करने से आपको कुछ ही दिनों के अंदर खुद ही अपने शरीर में पॉजिटिव बदलाव नजर आने लगेंगे.न्यूज18 पर स्वास्थ्य संबंधी लेख myUpchar.com द्वारा लिखे जाते हैं. सत्यापित स्वास्थ्य संबंधी खबरों के लिए myUpchar देश का सबसे पहला और बड़ा स्त्रोत है. myUpchar में शोधकर्ता और पत्रकार, डॉक्टरों के साथ मिलकर आपके लिए स्वास्थ्य से जुड़ी सभी जानकारियां लेकर आते हैं.