भागलपुर ट्रिपल आईटी के एक शिक्षक ने ऐसा साफ्टवेयर विकसित कर लिया है, जो एक सेकेंड में कोरोना पाजिटिव की पहचान कर सकता है। इसे जांच में अपनाया गया तो खर्चीली और लंबी जांच प्रक्रिया से मुक्ति मिल सकती है।
ट्रिपल आईटी में तैयार सॉफ्टवेयर की जांच गुरुवार को मायागंज मेडिकल कॉलेज अस्पताल में की गई। इससे मरीजों की डिजिटल एक्स-रे रिपोर्ट देखी गई। सॉफ्टवेयर से 20 सेकेंड में 20 एक्स-रे की जांच पूरी हो गई। यानी एक मरीज की रिपोर्ट पता करने में सिर्फ एक सेकेंड का समय लगा।
जल्द ही और कई दूसरी एक्स-रे प्लेट की भी जांच की जाएगी : ट्रिपल आईटी के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने कहा कि पहली बार में 20 मरीजों की डिजिटल एक्स-रे रिपोर्ट मिली, तो उसकी जांच की गयी। उम्मीद है कि जल्द ही और कई दूसरी एक्स-रे प्लेट की भी जांच की जाएगी, ताकि यह पता चल पाए कि यहां के हालात में सॉफ्टवेयर कितना सही बता पा रहा है। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि भागलपुर ट्रिपल आईटी इस दिशा में जो भी मदद मांगेगा, अस्पताल उसे मुहैया कराएगा। निदेशक ने खुद आकर एक्स-रे की जांच की है। इससे पहले प्रो. अरविंद चौबे और शिक्षक डॉ. संदीप राज सॉफ्टवेयर को लेकर मायागंज अस्पताल पहुंचे थे। वहां पर डॉक्टरों की टीम के सामने इसकी जांच की गयी।
सॉफ्टवेयर से जांच में कुछ मदद मिल सकती : आइसोलेशन वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने कहा कि सॉफ्टवेयर से जांच में कुछ मदद मिल सकती है। मगर और भी एक्स-रे रिपोर्ट की जांच होनी चाहिए, जिनमें पॉजिटिव और निगेटिव दोनों हों, तभी पूरी तरह आश्वस्त हुआ जा सकता है। एक्स-रे तकनीक पर आगे काम करने के लिए ट्रिपल आईटी ने अपना आइडिया मानव संसाधन विकास मंत्रालय में भेजा है। उम्मीद है कि इस पर जल्द ही मंत्रालय से सकारात्मक आदेश आ जाएगा।
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