जयपुर हेल्थ। जॉन्स हॉपकिंस के अनुसार, जो लोग सकारात्मक रूप से सोचते हैं कि उन्हें दिल का दौरा पड़ने या किसी अन्य हृदय रोग की संभावना एक तिहाई कम है, यानी कि ये लोग लंबी आयु वाले हैं। वहीं सकारात्मकत रहने का एक
फायदा और होता है कि हम अपनी चीजों से खुश रहते हैं इसलिए शरीर कई तरह के विकारों से बचा रहता है। इस तरह व्यक्ति एक अच्छी और लंबी आयु जी पाता है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि सकारात्मक सोच आपको हर स्थिति के उज्जवल
पक्ष को देखने में सक्षम बनाती है। कम तनाव आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को नियंत्रण में रखेगा और आपको फिट रहने में मदद करेगा। उच्च रक्तचाप का एक मुख्य कारण बहुत अधिक तनाव है। अगर हम सकारात्मक सोचते हैं, तो हम तनाव
कम करते हैं और हमारा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।साइकोसोमैटिक मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक सहयोगी अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने बुजुर्गों में उच्च सकारात्मक भावना और निम्न रक्तचाप के बीच एक संबंध पाया। जिससे ये जानने में
इसे भी पढ़े- कोरोना समय में जरूरी है सकारात्मक सोच रखना, इससे इम्यून सिस्टम को मिलती है मजबूती
मदद मिली कि जो व्यक्ति ज्यादा चिंता करता है, नकारात्मक सोचता है उनका ब्लड प्रेशर कभी बैलेंस नहीं रहता है। जब आप सकारात्मक सोचते हैं तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम करती है और सभी बीमारियों से लड़ती है। दरअसल केंटकी विश्वविद्यालय, यूएसए द्वारा 30 वर्षों में किए गए 300 अध्ययनों के एक मेटा-विश्लेषण ने पाया कि नकारात्मक
सोच शरीर की प्रतिरक्षा के कामकाज को बदल देती है। दूसरी ओर, सकारात्मक सोच शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। इसलिए भी सकारात्मक रहने वाले लोग कई बीमारियों से आसानी से बच जाते हैं क्योंकि उनके इलाज पर उनकी सोच का असर होता है।