क्या कोरोना से बचने के लिए कान ढकना भी जरूरी? जानें ऐसे ही जरूरी सवालों के जवाब

देश-दुनिया में कोरोना वायरस का प्रभाव जैसे-जैसे आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे ही इसको लेकर नई- नई बातें भी सामने आ रही हैं। इन बातों से लोगों में भम्र की स्थिति बन रही है। आज हम आपको बताएंगे इन बातों में कितनी सच्चाई है...

क्या आंखें लाल होना कोरोना संक्रमण का लक्षण है
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए क्या कान ढकना जरूरी कोरोना वायरस से बचाव के लिए नाक और मुंह को ढकना तो जरूरी है, परंतु अभी तक ऐसा कोई मामला सामना नहीं आया है, जिसमें कोरोना वायरस के कान से फैलने की पुष्टि हुई हो। इस वायरस का संक्रमण खांसते और छींकते समय नाक तथा मुंह से निकलने वाले ड्रॉपलेट के जरिए फैलता है। इसलिए जरूरी ये है कि आप अपना नाक और मुंह को ढक कर रखें। आपको कान ढकने की आवश्यकता नहीं है, हालांकि स्वास्थ्यकर्मियों को खुद को पूरी तरह ढ़क कर रखना होता है क्योंकि वो संक्रमित मरीजों के सीधे संपर्क में रहते हैं और उनके साथ काफी लंबे समय तक रहते हैं।
क्या एनडेमिक और पैनडेमिक अलग-अलग होते हैं
एनडेमिक
पैनडेमिक
कोविड- 19 पैनडेमिक कोविड-19 एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलता है और ये कई भी किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। इस वायरस का कोई भौगोलिक दायरा नहीं है। ये देश दुनिया में किसी को भी हो सकता है। कोविड- 19 कोपैनडेमिक कहा गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार पैनडेमिक का असर अधिक होता है।

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