लंदन: दुनियाभर में फैले कोरोना संकट के बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साप्ताहिक प्रकाशन में एक रिसर्च रिपोर्ट छपी है. रिपोर्ट में इस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशिश की गई है कि कोरोना से पुरुषों की ज्यादा मौत क्यों हो रही है. रिसर्च में जो कुछ निकलकर आया है इस सवाल का काफी हद तक जवाब मिल गया है.
दरअसल, इसका जवाब इंसान के शरीर में पाया जाने वाला एक एंजाइम ACE2 है. यह एंजाइम कोरोना को शरीर में तेजी से फैलने में मदद करता है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साप्ताहिक प्रकाशन European Heart Journal में ये दावा किया गया है.
क्या होता है ACE2 एंजाइम?
ACE2 का पूरा नाम एंजियोटेंसिन कंवर्टिंग एंजाइम 2 है. ACE2 दिल, किडनी, धमनियां, आंत और शरीर के दूसरे हिस्सों में मौजूद होता है. ACE2 एक रिसेप्टर यानी सिग्नल देने वाला एंजाइम है जो कोशिकाओं की सतह पर मौजूद होता है.
साप्ताहिक रिसर्च में सामने आयी चौंकाने वाली बात
पुरुषों में ACE2 की मात्रा महिलाओं के मुकाबले ज्यादा होती है. नए कोरोना वायरस से ACE2 जुड़ जाता है और कोरोना को स्वस्थ कोशिकाओं तक पहुंचने देता है. कोविड-19 मरीजों को ACE इनहिबिटर्स और ARB दवाएं दी जा सकती हैं. ACE इनहिबिटर्स और ARB दवा हार्ट फेलियर, डायबिटीज या किडनी की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को दी जाती है.
इस अध्ययन को नीदरलैंड्स की ग्रोनिनजेन यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के प्रोफेसर एड्रियान वूर्स और उनकी टीम ने अंजाम दिया है. रिसर्च में 11 यूरोपीय देशों के 3500 हार्ट फेलियर वाले मरीजों के ब्लड सैंपल का अध्ययन किया गया. कोरोना महामारी से पहले रिसर्च शुरु हुआ था इसलिए इसमें कोरोना मरीजों को शामिल नहीं किया गया है.
ACE2 को लेकर दावे का आधार क्या है?
वूर्स की टीम ने कोरोना को लेकर पहले से मौजूद जानकारी में पाया कि इस वायरस से सबसे ज्यादा मौत पुरुषों की हो रही है. वूर्स के अध्ययन में पुरुषों में ACE2 की मात्रा ज्यादा होने का पता चला. इसी आधार पर ACE2 को कोरोना को ताकत देने वाला एंजाइम बताया जा रहा है.
दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी, अबतक 42 लाख से ज्यादा संक्रमित, दो लाख 87 हजार की मौत