कोरोना को दुनिया में दस्तक दिए हुए करीब छह महीने होने वाले हैं। अधिकतर देश आर्थिक गतिविधियां शुरू करने के तैयारी कर रहे हैं। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि जब तक वायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती है तब तक इससे बचाव संभव नहीं है। सामाजिक दूरी का पालन जरूरी है। ऐसे में लोगों को आने वाले कुछ समय तक घर से काम करने की आदत डालनी होगी लेकिन कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा।
89 फीसदी को हो जाती है नींद न आने की तकलीफ ब्रिटेन की नींद विशेषज्ञ डॉ. सूफी बॉस्टॉक बताती हैं कि वर्क फ्रॉम होम में बिस्तर पर बैठकर काम बिलकुल न करें। इस तरीके से लंबे समय तक काम करने से शरीर का पॉश्चर खराब हो सकता है। कार्यक्षमता घट सकती है। मन भी नहीं लगेगा। गंभीर मामलों में व्यक्ति की रात की नींद खराब हो सकती है। देखा गया है कि जो बिस्तर पर बैठकर दफ्तर का काम निपटाने वालों में 89 फीसदी लोगों को नींद संबंधी तकलीफ हो जाती है।
घर में लोवर या पायजामा पहन काम न करें घर में ऑफिस की तरह काम करना है तो सबसे पहले ऑफिस जाने का जो भी समय हो उसी हिसाब से अपनी दिनचर्या रखें और तैयार हों। लोवर या पैजामा पहनकर काम न करें। काम में मन नहीं लगेगा। साफ-सफाई का ध्यान रखें जिससे काम के दौरान मन में किसी तरह का भटकाव पैदा न हो
बिस्तर पर नहीं कुर्सी पर बैठकर करें काम बिस्तर पर बैठकर लैपटॉप पर काम करने से पीठ में दर्द की संभावना बढ़ती है, क्योंकि लैपटॉप पर देखने के लिए व्यक्ति शरीर को सुविधानुसार मोड़ता है। कुर्सी या डेस्क पर बैठकर काम करें ताकि पीठ सीधे रहे। आइसोलेशन में हैं तो ध्यान रखें। आराम और काम के बीच अंतर रखें।